
‘ललितगेट’ पर विपक्ष के निशाने पर आई सरकार ने सोमवार को यह साफ कर दिया है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने खिलाफ लगे आरोपों पर संसद में बयान देने को तैयार हैं.
मानसून सत्र शुरू होने के एक दिन पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सुषमा ललित मोदी प्रकरण पर संसद में बयान देने की इच्छुक हैं. नायडू ने सुषमा के इस्तीफे की कांग्रेस की मांग को ठुकरा दिया.
गौरतलब है कि ललित मोदी विवाद, व्यापम घोटाले सहित कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बनाए हुए है. ललित मोदी प्रकरण में सुषमा के अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम भी आया है. मानसून सत्र के हंगामेदार होने की पूरी आशंका है, ऐसे में सरकार भी आक्रामक तेवर अपनाने की रणनीति पर काम कर रही है.
भूमि विधेयक इस सत्र में नहीं
सरकार के भीतर एक नजरिया यह है कि भूमि विधेयक चूंकि इस सत्र में नहीं आएगा इसलिए अन्य मुद्दों पर संभवत: विपक्ष की ओर से एकजुट हमला नहीं होगा. जनता परिवार के दलों सहित कई विपक्षी दल सुषमा के इस्तीफे की कांग्रेस की मांग का समर्थन नहीं करते हैं. सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस इस मुददे पर अलग थलग पड़ती नजर आई.
-इनपुट भाषा से