
देश के सबसे बड़े यूथ फेस्टिवल इंडिया टुडे #MindRocks16 के मंच पर बीजेपी के सीनियर नेता सुब्रमण्यम स्वामी और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच मुकाबला हुआ. एक बार फिर 'भारत माता की जय' नारे को लेकर ओवैसी पर सवाल दागे गए. ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि RSS की शपथ ऊपर रहेगी या संविधान की शपथ ये उन्हें बताया जाए. जिसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ओवैसी राष्ट्रविरोधी हैं.
'भारत माता की जय' बोलने से ओवैसी का इनकार
तीखे सवालों के बीच असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं 'जय हिंद' बोलने में फख्र महसूस करता हूं और ये अधिकार मुझे संविधान ने दिया है. उन्होंने कहा कि इस देश के संविधान ने सबको समान अधिकार दिया है तो फिर मैं राष्ट्रविरोधी कैसे हो गया. ओवैसी ने कहा कि अगर स्वामी जी को लगता है कि मैं राष्ट्रविरोधी हूं तो वो इसका सबूत लिखित में दें.
तलाक को लेकर सवाल पर ओवैसी की चुप्पी
तीन बार तलाक को लेकर उठ रहे सवालों से ओवैसी बचते दिखे. उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और अदालत का फैसला उन्हें मंजूर होगा. वे यहां भी पीएम मोदी पर निशाना साधने से नहीं चूके. ओवैसी की मानें तो पाकिस्तान को लेकर मोदी सरकार की कोई नीति नहीं है, इसलिए आतंकवाद को लेकर सरकार अब तक पाकिस्तान को घेरने में नाकाम रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर अभी नवाज शरीफ के घर कोई शादी हो तो मोदी जी वहां बिना सोचे-समझे पहुंच जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर सरकार को भंग करने की मांग
इसके अलावा एआईएमआईएम नेता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने से देश की जनता का पेट नहीं भर जाएगा. ओवैसी के बयानों को काटते हुए स्वामी ने कहा कि आज की तारीख में दुनिया मोदी को मानती है बस ओवैसी हैं जो नहीं मानते. हालांकि जम्मू-कश्मीर में भड़की हिंसा पर स्वामी का स्टैंड पार्टी से अलग है, उनकी मानें तो जम्मू-कश्मीर की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए, क्योंकि जिस मकसद से दोनों पार्टियों में गठबंधन हुआ था और हो उसका उलटा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए बलूचिस्तान को अलग करना होगा, और इसमें भारत को बड़ी भूमिका निभानी होगी.
'जेटली से छत्तीस का आंकड़ा'
एक सवाल के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी का दर्द छलक आया, उन्होंने कहा कि अरुण जेटली के मुकाबले वो बेहतर वित्त मंत्री साबित हो सकते हैं, इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि वो खुद एक अर्थशास्त्री हैं जबकि जेटली पेशे से एक वकील हैं. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि अरुण जेटली के साथ उनके अच्छ रिश्ते नहीं है. जबकि #MindRocks16 के मंच से स्वामी से राजनाथ सिंह की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के बाद राजनाथ सिंह सबसे अच्छे गृहमंत्री हैं.
राम मंदिर मुद्दे पर ओवैसी-स्वामी में भिड़ंत
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से जब पूछा गया कि क्या सरकार ने उनपर सार्वजनिक जगहों पर बोलने से पाबंदी लगा दी है? इस पर उनका जवाब बेहद तीखा था, उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में कोई ऐसा पैदा नहीं हुआ जो मुझे अपनी बात रखने से रोक सके. स्वामी ने अयोध्या राम मंदिर विवाद को लेकर भी असदुद्दीन ओवैसी को घेरने की कोशिश की.