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भारत-PAK सीजफायर लाइन की निगरानी करेंगे स्वीडन के मेजर जनरल गुस्ताफ

मेजर गुस्ताफ स्वीडन आर्मी में लॉजिस्टिक एक्सपर्ट थे. अब उन्हें यूएन महासचिव बान की मून ने भारत और पाकिस्तान में चल रहे यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री ऑब्जरवर ग्रुप (UNMOGIP) का प्रमुख नियुक्त किया है.

सीमा पर सीजफायर निगरानी के लिए संयुक्त राष्ट्र का मिशन सीमा पर सीजफायर निगरानी के लिए संयुक्त राष्ट्र का मिशन
प्रियंका झा
  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2016,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

स्वीडन मिलिट्री के उच्चस्तरीय सैन्य अधिकारी को जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर लाइन की निगरानी का जिम्मा मिला है. स्वीडन के मेजर जनरल गस्टफ लोदिन को संयुक्त राष्ट्र के मिशन का प्रमुख बनाया गया है.

मेजर गुस्ताफ स्वीडन आर्मी में लॉजिस्टिक एक्सपर्ट थे. अब उन्हें यूएन महासचिव बान की मून ने भारत और पाकिस्तान में चल रहे यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री ऑब्जरवर ग्रुप (UNMOGIP) का प्रमुख नियुक्त किया है.

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मेजर गुस्ताफ घाना के मेजर जनरल डेलाली जॉनसन साकी की जगह लेंगे. जिनका कार्यकाल 2 जुलाई को पूरा होने वाला है. मेजर गस्टफ साल 1978 से स्वीडिश आर्मी से जुड़े हुए हैं. मौजूदा समय में वह स्वीडन की सेना में डायरेक्टर ऑफ प्रॉकरमेंट एंड लॉजिस्टक्सि पद पर हैं.

हालांकि भारत कहता रहा है कि UNMOGIP अपना महत्व खो चुका है. क्योंकि शिमला समझौते और लाइन ऑफ कंट्रोल की स्थापना के बाद यह अप्रासंगिक हो गया है. इस साल 31 मार्च तक UNMOGIP के 44 सैन्य पर्यवेक्षक, 25 अंतरराष्ट्रीय असैन्य कर्मी और स्थानीय असैन्य स्टाफ के 47 सदस्य थे. पर्यवेक्षक समूह को संयुक्त राष्ट्र के नियमित बजट से पैसा मिलता है.

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