
देशभर में स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ता जा रहा है. स्वाइन फ्लू कितना खतरनाक हो गया है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गुजरात के स्वास्थ्य राज्य मंत्री शंकर चौधरी भी इसकी चपेट में आ गए हैं. स्वाइन फ्लू से 21 और लोगों की मौत के बाद देशभर में इस वायरस के कारण मरनेवालों की कुल संख्या 833 हो गई. बाकि एच1एन1 वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या 14000 का आंकड़ा पार कर गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 22 फरवरी तक इस बीमारी से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 833 हो गई. जबकि देशभर में इस वायरस से 14484 लोग प्रभावित हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में रविवार को कहा गया था कि इस बीमारी से 812 लोगों की मौत हुई, जबकि 13688 लोग इस वायरस से संक्रमित हुए.
22 फरवरी तक मरने वालों की सबसे ज्यादा संख्या 214 राजस्थान में दर्ज की गई, जबकि गुजरात में इस प्राणघातक वायर ने 207 लोगों की जान ले ली है. गुजरात के तो स्वास्थ्य मंत्री भी इसकी चपेट में आ गए हैं. राजस्थान और गुजरात में स्वाइन फ्लू से क्रमश: 4549 और 3107 लोग बीमार हुए.
गुजरात विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई और स्वाइन फ्लू पर चर्चा की मांग करने वाले विपक्षी कांग्रेस सदस्यों के विरोध और नारेबाजी को देखते हुए राज्यपाल ओपी कोहली को सदन में अपना संबोधन छोटा करना पड़ा. स्वास्थ्य मंत्रालय के पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में इस बीमारी से 112 लोगों, जबकि महाराष्ट्र में 99 लोगों की मौत हुई.
आंकड़ों के अनुसार, तेलंगाना में एच1एन1 विषाणु से 51 लोगों की मौत हुई, जबकि 1316 लोग इस रोग से बीमार हुए. तेलंगाना में स्वाइन फ्लू के 56 नए मामले सामने आए हैं. एक जनवरी से रविवार 21 फरवरी तक 4040 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 1316 स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए गए. दिल्ली में इस बीमारी से अब तक आठ लोगों की मौत हुई है, जबकि 2241 लोग इस विषाणु से संक्रमित हैं.
- इनपुट भाषा से