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26 साल की छात्रा को मिला 'शराब रानी' का ताज

एक सीरियाई शरणार्थी को जर्मनी के सबसे बेहतर शराब बनाने वाले इलाकों में से 'रानी' के ताज से नवाजा गया है. यह पहली बार है, जब किसी शरणार्थी को यह पुरस्कार मिला.

बेहतर शराब बनाने पर शरणार्थी को सम्मान बेहतर शराब बनाने पर शरणार्थी को सम्मान
अमित कुमार दुबे/IANS
  • बर्लिन,
  • 05 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 8:03 AM IST

एक सीरियाई शरणार्थी को जर्मनी के सबसे बेहतर शराब बनाने वाले इलाकों में से 'रानी' के ताज से नवाजा गया है. यह पहली बार है, जब किसी शरणार्थी को यह पुरस्कार मिला. एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब तीन साल पहले नीनोरटा बहनो नाम की 26 साल की छात्रा सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के दौरान वहां से भागकर जर्मनी गई थी.

लक्जमबर्ग सीमा के निकट पश्चिमी जर्मनी के शहर ट्रियर में सीरियाई ईसाई नीनोरटा को शराब की रानी के ताज से नवाजा गया. उसने कहा कि मुझे आशा है कि यह पुरस्कार हमारी एकजुटता को प्रोत्साहित करेगा. दॉयचे वेले ने बहनो के हवाले से कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि जर्मनी एक स्वागत करने वाला देश है और जर्मन लोग मेहमाननवाज है वह शरणार्थियों को शीघ्रता और सफलतापूर्वक जोड़ते हैं.'

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बहनो अगले साल ट्रियर के उत्सवों और समारोहों में शराब बनाने वालों का प्रतिनिधित्व करेगा. बहनो ने कहा कि उसने स्थानीय शराब बनाने में कम समय का कोर्स किया था। उसकी पसंदीदा किस्म मीठी रिस्लिंग थी. जर्मनी में शराब की रानी खिताब देने की परंपरा साल 1930 से है. जर्मनी में हर साल सितंबर में शराब के 13 इलाकों से 'जर्मन शराब की रानी' स्पर्धा होती है.

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