
पहली बार महिला टी20 वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में उतर रही भारतीय टीम इतिहास रचने को तैयार है. 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के खास मौके पर भारतीय टीम मेलबर्न में रिकॉर्ड दर्शकों के सामने मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे से खेला जाएगा.
भारत ने ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए आईसीसी महिला टी20 विश्व कप फाइनल में फाइनल में जगह बनाई. उसने ग्रुप चरण में अपने चारों मैच जीते, जिसमें टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में चार बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ दर्ज की गई 17 रनों की जीत भी शामिल है.
मंधाना-हरमनप्रीत को भी बल्ला चलाना होगा
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल बारिश की भेंट चढ़ जाने के बाद हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम ग्रुप-ए में शीर्ष पर रहने के कारण पहली बार फाइनल में पहुंची. भारत की सफलता में 16 साल की शेफाली वर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी और स्पिन के दबदबे वाले गेंदबाजी आक्रमण के लगातार अच्छे प्रदर्शन ने अहम भूमिका निभाई है.
...लेकिन अगर भारत को पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचना है, तो स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत जैसी स्टार बल्लेबाजों को भी उपयोगी योगदान देना होगा. मध्यक्रम के बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है. मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने के अलावा भारतीय टीम को इस महत्वपूर्ण मैच में दबाव से भी उबरना होगा.
आसान नहीं ऑस्ट्रेलिया से फाइनल जीतना
इससे पहले त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में भारत को हराने वाले ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में खेलने का अच्छा खासा अनुभव है. वह लगातार छठी बार फाइनल में पहुंची है. ऑस्ट्रेलियाई जानते हैं कि दबाव वाले मैच में महत्वपूर्ण क्षणों में कैसा प्रदर्शन करना होता है, जबकि भारत बड़े मैचों में दबाव में आ जाता है. भारत को 2017 वनडे विश्व कप के फाइनल में और 2018 विश्व टी20 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा था.
शेफाली से तूफानी शुरुआत की उम्मीद
भारतीय टीम को किशोरी शेफाली वर्मा से फिर से तूफानी शुरुआत की उम्मीद रहेगी और उसे इस बार मंधाना से भी तेज तर्रार पारी की आस है. हरमनप्रीत के लिए फिर से फॉर्म में लौटने और आगे बढ़कर नेतृत्व करने के लिए इससे बड़ा मंच नहीं हो सकता है. अगर शेफाली अच्छा प्रदर्शन नहीं करतीं तो भारत के लिए ग्रुप चरण में प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाना मुश्किल हो जाता, क्योंकि मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाज खास योगदान नहीं दे पाए.
टॉप पर पूनम यादव-मेगान स्कट के 9-9 विकेट
टीम ग्रुप चरण में किसी भी मैच में 150 रन तक नहीं पहुंची. इसके बावजूद वह जीत दर्ज कर पाई तो इसका श्रेय अनुशासित गेंदबाजी को जाता है. लेग स्पिनर पूनम यादव ने उंगली की चोट से शानदार वापसी की. उन्होंने अब तक नौ विकेट लिये हैं और ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाज मेगान स्कट के साथ सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शीर्ष पर हैं.
तेज गेंदबाज शिखा पांडे भी प्रभावशाली रही हैं, जबकि बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव और राजेश्वरी गायकवाड़ ने भी कसी गेंदबाजी की है. यह देखना दिलचस्प होगा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पूनम का कैसे सामना करते हैं, क्योंकि पहले मैच में वे उनका सामना नहीं कर पाए थे.
मैच में 90,000 दर्शकों के पहुंचने की संभावना
फाइनल के 75,000 से अधिक टिकट बिक चुके हैं और कुल 90,000 दर्शकों के पहुंचने की संभावना है, जो कि महिला क्रिकेट में अप्रत्याशित कहा जाएगा. मेग लैनिंग की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम घरेलू दर्शकों के सामने अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है. दर्शकों में उसकी पुरुष टीम के प्रमुख गेंदबाज मिशेल स्टार्क भी शामिल होंगे जो अपनी घरेलू टीम और अपनी पत्नी एलिसा हीली का उत्साह बढ़ाने के लिये दक्षिण अफ्रीकी दौरा बीच में छोड़कर यहां पहुंचे हैं.
टीमें इस प्रकार हैं -
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शिखा पांडे, पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, वेदा कृष्णमूर्ति, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, पूजा वस्त्राकर, तानिया भाटिया, राधा यादव, हरलीन देओल, अरुंधति रेड्डी, शेफाली वर्मा, ऋचा घोष में से.
ऑस्ट्रेलिया: मेग लैनिंग (कप्तान) राचेल हेन्स, मेगान स्कट, एलिसा हीली, जेस जोनासेन, डेलिसा किमिन्स, बेथ मूनी, निकोला केरी, एशलीग गार्डनर, सोफी मोलिनक्स, जॉर्जिया वेयरहम, एरिन बर्न्स, मौली स्ट्रानो, एनाबेल सदरलैंड में से.