
तमिलनाडु कैबिनेट ने जयललिता को भारत रत्न देने और संसद परिसर में उनकी कांस्य प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव पास कर दिया है. इन दोनों ही मांगों को तमिलनाडु सरकार केंद्र के सामने रखेगी.
कैबिनेट ने जयललिता के स्मारक निर्माण के लिए भी प्रस्ताव पारित कर दिया है. ये स्मारक 15 करोड़ की लागत से बनेगा. जयललिता का स्मारक उनके राजनीतिक गुरु एमजीआर के स्मारक के पास मरीना बीच पर बनेगा. कैबिनेट ने 'एमजीआर स्मारक' का नाम बदलकर 'भारत रत्न डॉ एमजीआर और जयललिता स्मारक' करने का भी फैसला किया है. बैठक का ब्योरा देते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि केंद्र से यह सिफारिश करने के लिए कैबिनेट में एक प्रस्ताव स्वीकार किया गया कि माननीय मुख्यमंत्री जे जयललिता को भारत रत्न अवॉर्ड दिया जाए.
5 दिसंबर 2016 को चेन्नई अपोलो अस्पताल ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि रात 11:30 बजे उनका निधन हो गया. जयललिता 22 सितंबर से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया था. जयललिता को मरीना बीच पर एआईएडीएमके के संस्थापक और जया के मेंटर एमजीआर की समाधि के पास ही दफना दिया गया था. उनकी करीबी शशिकला ने एक ब्राह्मण पुजारी की मदद से अंतिम अनुष्ठानों को पूरा किया और जयललिता को दफन किया गया.