
तमिलनाडु के बहुचर्चित 'गुटखा स्कैम' से जुड़े मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की. सीबीआई ने बुधवार को चेन्नई में तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर, डीजीपी राजेंद्रन और अन्य बड़े अधिकारियों के घर छापे मारे. सिर्फ चेन्नई ही नहीं बल्कि बेंगलुरु और मुंबई में भी इस घोटाले को लेकर छापेमारी की गई.
बताया जा रहा है कि सीबीआई ने सुबह 7 बजे ही छापे मारने शुरू कर दिए थे. शहर में करीब 30 स्थानों पर एक साथ सीबीआई की टीम ने धावा बोला. सिर्फ स्वास्थ्य मंत्री या डीजीपी ही नहीं बल्कि कई अन्य बड़े पुलिस अफसरों के घर भी सीबीआई ने छापेमारी की. आरोप है कि नेताओं और पुलिस अफसरों ने इस घोटाले में करीब 30 करोड़ रुपए की रिश्वत खाई है.
क्या है गुटखा स्कैम?
बता दें कि बीते साल 8 जुलाई 2017 को गुटखा स्कैम के बारे में पता लगा था. उस दौरान इनकम टैक्स विभाग ने तमिलनाडु में लगातार कई जगह छापे मारे थे. तब पान मसाला और गुटखा उत्पादकों के सेंटरों और घरों पर छापे मारे गए थे. इस दौरान करीब 250 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता लगा था.
इस साल अप्रैल में मद्रास हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस घोटाले की जांच करने के आदेश दिए थे. इस मामले को लेकर डीएमके के नेताओं AIADMK पर आरोप लगाए थे. मामले की जांच के लिए डीएमके नेता ही सीबीआई जांच की मांग करते हुए याचिका दायर की थी.