
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद खाली हुई आर के नगर विधानसभा निर्वाचन सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार आज यानि की मंगलवार को शाम पांच बजे समाप्त हो गया.
इस सीट के लिए 21 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव को 17 महीने पुरानी अन्नाद्रमुक सरकार का संभवत: रिपोर्ट कार्ड माना जा रहा है. बता दें कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं जय ललिता के निधन के बाद ये सीट खाली थी.
इन शीर्ष नेताओं ने किया किया चुनाव प्रचार
आर के नगर सीट पर उपचुनाव के लिए विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार किया. इनमें मुख्यमंत्री के पलानीसामी, उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम, द्रमुक नेता एम के स्टालिन और अन्नाद्रमुक के दरकिनार किए गए नेता टी टी वी दिनाकरण शामिल हैं.
सभी राजनीतिक दल इस चुनाव में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. यह चुनाव सबके लिए प्रतिष्ठा का विषय बन चुका है क्योंकि पहले जयललिता इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. पिछले साल दिसंबर में उनके निधन के बाद इस सीट के रिक्त होने के कारण यहां उपचुनाव कराया जा रहा है.
जीत हासिल करने के लिए विपक्ष एकजुट
इस चुनाव प्रचार के दौरान स्टालिन और उनके धुर विरोधी एवं एमडीएमके के संस्थापक वाइको ने कई वर्षों में पहली बार मंच साझा किया. शहर के इस विधानसभा क्षेत्र पर जीत हासिल करने के लिए विपक्ष एकजुट है.
कांग्रेस, वीसीके और वाम दलों समेत कई विपक्षी दलों ने द्रमुक उम्मीदवार एन मरूथुगणेश को अपना समर्थन दिया है. दिनाकरण इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. दिनाकरण ने आशा जताई है कि वह अन्नाद्रमुक प्रत्याशी ई मधुसूदनन और द्रमुक के खिलाफ बड़ा उलटफेर कर सकते हैं.
बता दें कि उपचुनाव में 59 प्रत्याशी अखाड़े में हैं लेकिन मुख्य रूप से मुकाबला मधुसूदनन, मरूथुगनेश तथा दिनाकरण के बीच है. इस सीट पर मतदान 21 दिसंबर को कराया जाएगा और मतों की गिनती 24 दिसंबर को होगी.