
गुंडीसठ गांव में खौफ का मंजर
दिलों में दर्द, आंखों में खौफ और टूटी बिखरी जिंदगी के सिवा एलओसी के पास बसे तंगधार के गुंडीसठ गांव में आपको कुछ नहीं मिलेगा. इस गांव के वाशिंदे पाकिस्तान से अमन की आस में थक चुके हैं. जिन मासूमों के खेलने की उम्र है उन्हें बम और गोलों के धमाके सुनाई देते हैं. कब किसके घर में आसमान से मौत बरस जाए कोई भरोसा नहीं रहता है.
रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है पाक
यहां की वादियां जितनी खूबसूरत नजर आती है, जिंदगी उतनी ही नर्क है. बेरहम पाकिस्तान के लिए यहां की जिंदगियां कोई मायने नहीं रखती. अपनी खीज और बौखलाहट निकालने के लिए वो रिहायशी इलाकों को निशाना बनाता है.
आतंकियों को घुसपैठ कराने की जुगत में पाक
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया है. वो साजिशें रच रहा है, लेकिन ये साजिशें भारत की जवाबी कार्रवाई में नाकाम हो रही है. गुंडीसठ गांव में जहां आजतक की टीम मौजूद थी उसके ठीक सामने की पहाड़ियों में पीओके की सीमा लगती है. इन्हीं पहाड़ियों के पीछे पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से एक बड़ी साजिश रच रहा था.
दरअसल घुसपैठ का पूरा खेल मौसम पर निर्भर करता है. इस गांव से सटी पहाड़ियों में अभी बर्फ की हल्की चादर है. सर्दी बढ़ने के साथ ही बर्फबारी धीरे-धीरे पूरे इलाके को अपने आगोश में ले लेती है. बर्फ गिरने के बाद यहां घुसपैठ नामुमकिन हो जाती है. ऐसे में अक्टूबर के इस मौसम में पाकिस्तान सीमा पार से आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए सारे हथकंडे अपना रहा है. लेकिन अलर्ट भारतीय फौजों के सामने उन्हें मुंह की खानी पड़ी है.