
लखनऊ में TCS यानी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस के कर्मचारी पिछले कई दिनों से अपनी ही कंपनी से जद्दोजहद में जुटे हुए हैं, ताकि टीसीएस को लखनऊ में ही रोका जा सके. TCS मैनेजमेंट ने आंतरिक तौर पर सभी कर्मचारियों को लखनऊ छोड़कर नोएडा और वाराणसी सेंटर ज्वाइन करने को कह दिया है, ताकि लखनऊ का टीसीएस सेंटर बंद किया जा सके. इसके खिलाफ टीसीएस कर्मचारियों के बीच खासा गुस्सा है. टीसीएस में काम करने वाले लोग अब अपनी लड़ाई सरकार से लेकर सड़क तक लड़ने के मूड में हैं.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के बंद होने की खबरों के बीच रविवार सुबह टीसीएस कर्मियों ने पैदल मार्च निकाला. साथ ही सिग्नेचर कैम्पेन भी शुरू किया. इसके अलावा ये कैम्पेन इन दिनों सोशल मीडिया पर भी चल रहा है. Tcs के कर्मचारी अब योगी सरकार से यह अपील कर रहे हैं कि कंपनी को लखनऊ से शिफ्ट न किया जाए. 30 सालों से टीसीएस का बड़ा दफ्तर लखनऊ में है, जहां कई हजार कर्मचारी काम करते है.
इसके अचानक शिफ्ट होने की खबरों से टीसीएस के कर्मचारी दुविधा में फंस गए है. सरकार की माने तो टीसीएस कंपनी के सीईओ बात करने के लिए सरकार के बुलावे के बाद भी नहीं आए. इनका विवाद बिल्डिंग का किराया कई गुणा बढ़ाने को लेकर है. अगर टीसीएस लखनऊ से शिफ्ट होता है, तो यहां काम कर रहे करीब 2 हजार आईटी प्रोफेशनल्स और उनके परिवार के लिए दिक्कतें हो जाएंगी.
इस मामले में विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, 'देखिये यह विवाद हमारा नहीं है. इसमें हमसे जो मदत होगी, वह की जाएगी, लेकिन यह उनके किराये का झगड़ा है. कंपनी के लोग बात नहीं करना चाहते है. कंपनी के CEO को बुलाया था पर वो आये नहीं.' उधर, TCS के लोग परेशान हैं. कोई कर्मचारी कैमरे पर नहीं बोल रहा, लेकिन परिवार के लोग परेशान हैं.
जमाल अखबर कहते हैं कि टीसीएस के जाने से हम लोग कहां जाएंगे. इतने समय से यहां रह रहे हैं. अब आगे क्या होगा? लखनऊ से टीसीएस का शिफ्ट होना योगी और केंद्र सरकार के लिए भी झटका है, क्योंकि यह खुद राजनाथ सिंह का संसदीय क्षेत्र है. ऐसे में सरकार के चाहने के बावजूद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लखनऊ छोड़ने पर आमादा है. अगर टीसीएस लखनऊ छोड़ती है, तो योगी सरकार को जवाब देना होगा.