
मार्च के महीना खत्म होने को आ रहा है और तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में अगर किसी को भारी-भरकम ड्रेस पहनकर धूप में घूमना पड़े तो उसके पसीने छूट ही जाएंगे. संसद भवन में एक सांसद इसी गर्मी से परेशान होकर कोल्ड ड्रिंक पीते नजर आए.
दरअसल आंध्र प्रदेश के टीडीपी सांसद अपने राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर लगातार संसद के बाहर और भीतर प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को टीडीपी ने केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया और संसद के बाहर पार्टी के सांसद अपना विरोध जता रहे हैं.
चित्तुर से टीडीपी सांसद एन शिवाप्रसाद आज राजा हरिश्चंद्र की वेशभूषा में अपना विरोध दर्ज करा रहे थे. उन्होंने राजा-महाराजाओं की तरह कपड़े पहन रखे थे और सिर पर कृत्रिम बाल भी लगा रखे थे. ड्रेस इतनी ज्यादा वजनी थी कि उनको चलने तक में दिक्कत हो रही थी. इसीलिए वह एक स्टूल पर बैठ कर गर्मी से राहत पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक पीते दिखे.
मंगलवार को शिवाप्रसाद स्कूली छात्र बनकर संसद भवन पहुंचे थे. शिवाप्रसाद हाफ पैंट में परिसर में घूमते दिखे और उन्होंने हाथों में पेंसिल, स्केल और बस्ता ले रखा था. संसद में विरोध के अलग-अलग तरीकों से सुर्खियों में आए टीडीपी सांसद शिवा को मीडिया के कैमरे खोजते रहते हैं.
संसद परिसर में सोमवार को शिवा एक महिला के वेश में साड़ी पहनकर संसद पहुंचे थे. तेलुगु महिला के रूप में आए शिवाप्रसाद ने सरकार से आंध्र के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की. इससे पहले वह मुछआरे के वेश में संसद पहुंचे थे और उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को अपने जाल से पकड़ने की बात कही थी.
कभी शिवाप्रसाद कृष्ण के अवतार में नजर आते हैं तो कभी बाबा साहेब अंबेडकर की वेशभूषा में संसद पहुंचते हैं. संसद परिसर में शिवा सभी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं और रोज अपने नए-नए अवतार से ध्यान खींचते हैं.
क्यों नाराज है टीडीपी
बजट पेश होने के बाद से ही टीडीपी ने केंद्र सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपना रखा है. टीडीपी ने केंद्र सरकार पर आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है. पार्टी आंध्र के लिए विशेष राज्य का दर्जा और स्पेशल पैकेज देने की मांग पर अड़ी है. इसी क्रम में पहले कैबिनेट से टीडीपी के दो सांसदों ने इस्तीफा दे दिया और फिर सरकार से अपना समर्थन भी वापस ले लिया है.