
देश की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक टेक महिंद्रा ने अपने एक कर्मचारी को समलैंगिक के साथ भेदभाव के आरोप की वजह नौकरी से निकाल दिया. कंपनी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. बताया जा रहा है कि महिला कर्मचारी पर आरोप था कि उन्होंने कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी के साथ उसके समलैंगिक होने के कारण भेदभाव और प्रताड़ित किया था.
कंपनी ने एक ट्वीट में कहा, 'उक्त मामले में जांच के बाद संबंधित कर्मचारी को कंपनी ने तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया है.' कंपनी ने कहा कि वह विविधता एवं समावेश में विश्वास करती है और कार्यस्थल पर किसी तरह के भेदभाव की निंदा करती है.'
दरअसल कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी गौरव प्रमाणिक ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैंगिकता के पक्ष में निर्णय दिये जाने के बाद आरोप लगाया था कि 2015 में उसके तत्कालीन टीम प्रबंधक ने समलैंगिक होने को लेकर उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया था. इसके बाद कंपनी ने कहा था कि वह मामले की विस्तृत जांच करेगी. प्रमाणिक के आरोप के बाद टेक महिंद्रा को सोशल मीडिया पर लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा था.
कंपनी की तरफ से यह भी कहा गया कि ऑफिस में किसी भी तरह के भेदभाव की हम निंदा करते हैं. हालांकि कंपनी की इस कार्रवाई पर पीड़ित गौरब प्रोबिर ने संतोष जताया है और कंपनी को धन्यवाद कहा है. कंपनी का कहना है कि इस कड़े फैसले से कर्मचारियों में यह संदेश जाएगा कि भेदभाव करने पर कोई माफी नहीं मिलेगी. इसलिए विस्तृत जांच के बाद यह कड़ा फैसला लिया गया.