
बिहार सरकार के महत्वाकांक्षी जल जीवन हरियाली कार्यक्रम तथा नशा मुक्ति के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर कल पूरे प्रदेश में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी.
2017 में शराबबंदी के खिलाफ और 2018 में बाल विवाह तथा दहेज प्रथा के खिलाफ बिहार में मानव श्रृंखला बनाई गई थी. इस दौरान ड्रोन कैमरे से राज्य में कई जगह फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई थी.
हालांकि, इस बार राज्य सरकार ड्रोन कैमरे की मदद से नहीं बल्कि 15 हेलिकॉप्टर की मदद से पूरे कार्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग करवाएगी.
जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार के पास तीन हेलीकॉप्टर खुद के मौजूद है और 12 हेलीकॉप्टर किराए पर मंगवाए गए हैं, ताकि मानव श्रृंखला कार्यक्रम की बेहतरीन फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जा सके.
कल होने वाले मानव श्रृंखला कार्यक्रम से 1 दिन पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मानव श्रृंखला कार्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियो वीडियोग्राफी 15 हेलीकॉप्टर की मदद से किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है कि पिछले 2 सालों से बिहार में बाढ़ आई तथा पिछले साल पटना में भी जलजमाव की स्थिति पैदा हुई मगर इसने के बावजूद भी नीतीश कुमार लोगों को राहत पहुंचाने के लिए एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी नहीं कर पाए मगर मानव श्रृंखला की रिकॉर्डिंग कराने के लिए 15 हेलीकॉप्टरों को किराए पर लिए जा रहे हैं और उसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं.
तेजस्वी यादव के ट्वीट कर हमला बोला, 'करोड़ों रुपए वाली सरकारी फेयर एंड लवली से सामाजिक और राजनीतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह के दागदार चेहरे पर हाई रेजोल्यूशन फिल्टर लगाकर फेस चमकाने वास्ते 15 हेलीकॉप्टरों में मुंबई से फोटोग्राफर बुलाया जा रहे हैं.'