Advertisement

तेजस्वी की मोदी को चुनौती- बीजेपी और ISI के रिश्तों पर बोलें पीएम

ध्रुव सक्सेना नाम के आईएसआई एजेंट पर मध्य प्रदेश बीजेपी की आईटी सेल का सदस्य आरोप लगाए जा रहे हैं. ध्रुव सक्सेना की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी तस्वीर सामने आ चुकी है.

तेजस्वी ने ट्विटर पर साधा निशाना तेजस्वी ने ट्विटर पर साधा निशाना
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 21 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:02 PM IST

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए चुनौती दी है कि वह बीजेपी नेताओं के ISI एजेंट्स के साथ कनेक्शन पर मुंह खोलने की हिम्मत दिखाएं. प्रधानमंत्री के 56 इंच के सीने वाले बयान पर चुटकी लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी और आईएसआई के कनेक्शन पर पीएम को चुप्पी तोड़नी चाहिए.

ट्विटर पर तेजस्वी ने लिखा कि 56 इंच का सीना रखने वाले प्रधानमंत्री को बीजेपी नेताओं और आईएसआई के बीच के गहरे संबंधों पर मुंह खोलने की चुनौती देता हूं.

Advertisement

पिछले दिनों मध्य प्रदेश में आतंकवादी निरोधी दस्ते ने 11 आईएसआई एजेंट्स को गिरफ्तार किया था. बीजेपी कॉरपोरेटर पर एक ISI एजेंट के नजदीकी रिश्तेदार होने का आरोप लगाया गया था. इसके अलावा ध्रुव सक्सेना नाम के आईएसआई एजेंट पर मध्य प्रदेश बीजेपी की आईटी सेल का सदस्य आरोप लगाए जा रहे हैं. ध्रुव सक्सेना की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी तस्वीर सामने आ चुकी है.

सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के जरिए तेजस्वी ने सवाल उठाया कि इन तमाम मुद्दों पर अब तक प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं ? तेजस्वी ने लिखा कि बीजेपी और आईएसआई का कनेक्शन सामने आने के बाद यह बात साफ हो गई है कि देश खतरे में है. तेजस्वी ने पूछा कि देशभक्त प्रधानमंत्री ने अब तक इस पूरे मामले पर कार्यवाही क्यों नहीं की है.

Advertisement

तेजस्वी यादव के पिता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने भी बेटे की बात का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने तेजस्वी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि देश ये जरूर जानना चाहेगा, बीजेपी नेताओं के साथ ISI एजेंट्स के लिंक पर पीएम मोदी चुप क्यों है.

चुनाव भले ही यूपी में हो रहा है लेकिन तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू यादव यादव लगातार सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते रहते हैं. जिसका जवाब देने में कई बार बीजेपी नेताओं को मुश्किल का सामना करना पड़ता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement