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सृजन घोटाले के खिलाफ लालू कुनबे का गर्जन, कहा- नीतीश गुनहगार, SC की निगरानी में हो जांच

यही नहीं तेजस्वी ने इस रैली में सृजन घोटाले के खुलासे के लिए सुमन कुमारी नाम की महिला को भी मंच दिया. सुमन कुमारी सृजन एनजीओ में मनोरमा देवी के साथ काम करती थी. सुमन ने मंज से बोला कि वह सृजन में 1999 से काम कर रही थीं. मैंने कई बार मनोरमा देवी को भ्रष्टाचार से रोकने की कोशिश की.

तेजस्वी यादव तेजस्वी यादव
अंकुर कुमार/रोहित कुमार सिंह
  • भागलपुर ,
  • 10 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 4:44 PM IST

सृजन घोटाले के खिलाफ रैली में तेजस्वी यादव और लालू यादव ने मिलकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर सीधा वार किया है.' सृजन के दुर्जनों का विसर्जन' रैली में तेजस्वी ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने जा रहे हैं‍ कि कोर्ट खुद इस घोटाले की जांच करे और सच्चाई सबके सामने लाए.

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वहीं लालू यादव ने रैली में बोलते हुए कहा कि वह बीजेपी की बंदर घुरकी में नहीं आएंगे. बीजेपी ने नीतीश कुमार को सृजन घोटाले मामले में कार्रवाई का डर दिखाकर आरजेडी से अलग किया . लालू ने कहा कि सृजन महा घोटाला है. वहीं नीतीश को डर था कि तेजस्वी एक दिन सीएम बन जाएंगे. नीतीश पलटू राम हैं. लालू ने कहा कि मैंने यह नोटिस की किया कि जब भी नीतीश बीमार पड़ते हैं तो वह कुछ गोलमाल करने वाले होते हैं. लालू ने कहा कि मैं फांसी पर चढ़ जाऊंगा, लेकिन बीजेपी के सामने नहीं झुकूंगा. बीजेपी गाय और बीफ के नाम पर सांप्रदायिकता फैला रही है.

यही नहीं तेजस्वी ने इस रैली में सृजन घोटाले के खुलासे के लिए सुमन कुमारी नाम की महिला को भी मंच दिया. सुमन कुमारी सृजन एनजीओ में मनोरमा देवी के साथ काम करती थीं. सुमन ने मंच से बोला कि वह सृजन में 1999 से काम कर रही थीं. मैंने कई बार मनोरमा देवी को भ्रष्टाचार से रोकने की कोशिश की. यही नहीं सुमन ने भी नीतीश और सुशील मोदी पर आरोप लगाया कि उनका हाथ इस घोटाले में शामिल है. उनके अनुसार वह लालू यादव के भागलपुर आने का इंतजार कर रही थीं कि अपनी आवाज उठा सके.

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वहीं इससे पहले रैली को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भागलपुर से ही इस रैली के माध्यम से घोटाले की सच्चाई को उजागर करने का हमने संकल्प किया था और इस रैली के माध्यम से हम सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करेंगे. घोटाले की जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री को थी, लेकिन वह चुप्पी साधे बैठे थे. इस रैली के माध्यम से हम नीतीश कुमार और सुशील मोदी समेत गिरिराज सिंह जैसे घोटालेबाजों का विसर्जन करने आए हैं और यहां की जनता को यह बताने आए हैं कि इन लोगों के संरक्षण में कैसे घोटाले को अंजाम दिया जा रहा था.

सीबीआई पर उठाया सवाल

तेजस्वी ने इस रैली में सीबीआई पर भी अटैक किया. उनके अनुसार आरजेडी ने जब भ्रष्टाचार उजागर करने की कोशिश की तो उनको चुप कराने के लिए उनके पीछे सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी को लगा दिया गया. तेजस्वी ने कहा कि वह सीबीआई अधिकारियों से यह पूछना चाहते हैं कि सीबीआई ने इस घोटाले की जांच की, लेकिन नीतीश, सुशील मोदी या फिर गिरिराज सिंह के खिलाफ घोटाले में केस क्यों नहीं दर्ज किया?

तेजस्वी ने कहा कि घोटाले में बीजेपी और जदयू के बिहार-झारखंड के बड़े-बड़े नेता शामिल हैं. नीतीश ने बिहार में महागठबंधन इसलिए तोड़ लिया क्योंकि उन्हें घोटाला करने का नया पार्टनर मिल जाये. पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि नीतीश ने अंतरात्मा की दुहाई दे कर लगातार लोगों को ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि 2006 से ही ये घोटाला चल रहा था, लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की. ऐसे में यह कहा जा सकता है तत्कालीन सीएम और डिप्टी सीएम की इस घोटाले में संलिप्तता रही है.

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रेल से तय किया सफर

लालू अपने दोनों बेटों के साथ शनिवार को ही भागलपुर पहुंच गए. पटना से भागलपुर तक का सफर लालू रेल से तय किया. गौरतलब है कि लालू जब 2004 से 2009 के दौरान केंद्र में रेल मंत्री थे तो उस वक्त वह रेल में काफी सफर किया करते थे लेकिन उसके बाद उन्होंने रेलयात्रा लगभग छोड़ दी थी.

 

 

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