
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार खत्म होने के दो दिन पहले सियासी जंग तेज हो गई है. तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और कोडंगल सीट से उम्मीदवार रेवंत रेड्डी को राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव की रैली से पहले एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है. दरअसल, रेवंत रेड्डी ने केसीआर की रैली को रोकने की धमकी दी थी.
तेलंगाना चुनाव में विकराबाद जिले की कोडंगल सीट का नाम हाई प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में शुमार है. क्योंकि यहां कांग्रेस से उम्मीदवार के तौर पर हाल ही में टीडीपी छोड़कर आए रेवंत रेड्डी चुनाव लड़ रहे हैं. रेड्डी को तेलंगाना कांग्रेस का चेहरा माना जाता है. रेवंत रेड्डी के खिलाफ टीआरएस से नरेंद्र रेड्डी ताल ठोंक रहे हैं. अपने उम्मीदवार नरेंद्र रेड्डी को जिताने के लिए खुद मुख्यमंत्री केसीआर ने एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं.
यह सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सीट पर आजादी के बाद हुए कुल 13 चुनावों में टीआरएस का खाता एक बार भी नहीं खुला. कोडंगल सीट पर 6 बार कांग्रेस, 4 बार टीडीपी और 3 बार अन्य का कब्जा रहा.
चुनाव प्रचार खत्म होने से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस उम्मीदवार को हिरासत में लिए जाने का प्रभाव उनके चुनावी अभियान पर पड़ सकता है. इससे पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने 2 दिसंबर को कांग्रेस को नोटिस जारी किया था रेड्डी द्वारा 4 दिसंबर को केसीआर की रैली रोकने की धमकी का जिक्र था. लिहाजा, पुलिस एहतियातन 50 समर्थकों समेत कांग्रेस नेता रेड्डी को हिरासत में ले लिया.
बता दें कि पिछले हफ्ते रेवंत रेड्डी और उनसे जुड़े लोगों के यहां छापे पड़े थे. तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया था कि इस रेड में 51 लाख रुपये मिले थे. तब रेड्डी ने इस रेड को राजनीति से प्रेरित अपने विरोधियों की साजिश बताया था.
वहीं, चुनाव आयोग ने रेवंत रेड्डी समेत पांच नेताओं को अलग-अलग शिकायतों पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस भी भेजा था. यह दूसरी बार है जब रेड्डी पर चुनाव आयोग की गाज गिरी है.