Advertisement

CBI लॉकअप में कटी टेरर फंडिंग के आरोपियों की रात, 215 अधिकारियों ने किया केस क्रैक

सभी आरोपियों को मंगलवार सुबह पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. सुबह 10 बजे इनकी पेशी होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए इन सातों आरोपियों को रिमांड पर लेकर एक बार फिर गहन पूछताछ करेगी.

अलगाववादी नेता बिट्ट कराटे अलगाववादी नेता बिट्ट कराटे
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 7:11 AM IST

पाकिस्तान से फंडिंग के मामले में एनआईए ने हुर्रियत के सात नेताओं को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को दिल्ली लाया गया. जहां उन्हें सीबीआई के लॉकअप में रखा गया है.

सीजीओ कॉन्प्लेक्स स्थित सीबीआई हेडक्वार्टर के अंडर ग्राउंड लॉकअप में बिट्टा कराटे, नईम खान, अल्ताफ फंटूस, शहीद उल इस्लाम सहित दूसरे हुर्रियत नेताओं और ट्रेडर्स की रात CBI के हेडक्वार्टर में बने लॉकअप में बीतेगी. दरअसल, छह आरोपियों को NIA ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर से दिल्ली लेकर आई है. जबकि एक आरोपी बिट्टा कराटे को गिरफ्तार कर लिया गया है. कराटे से एनआईए के हेड क्वार्टर में पहले भी पूछताछ की जा चुकी है. अब इन सभी 7 आरोपियों को रात में सीबीआई के लॉकअप में रखा गया है.

Advertisement

पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी

सभी आरोपियों को मंगलवार सुबह पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. सुबह 10 बजे इनकी पेशी होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए इन सातों आरोपियों को रिमांड पर लेकर एक बार फिर गहन पूछताछ करेगी. हालांकि इससे पहले एनआईए बिट्टा कराटे, नईम खान, गाजी जावेद बाबा, अल्ताफ फंटूश और शहीद उल इस्लाम से लंबी पूछताछ कर चुकी है.

एनआईए से मिली जानकारी के मुताबिक इस पूछताछ में गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों ने पाकिस्तान से हो रही फंडिंग की बात कबूली है. आपको बता दें कि आजतक ने 'ऑपरेशन हुर्रियत' के नाम से स्टिंग दिखाया था, जिसकेबाद एनआईए ने इस पूरे मामले की जांच शुरू की थी. शुरूआत में प्रारंभिक जांच का मामला दर्ज कर उसके बाद एनआईए ने इस मामले पर FIR दर्ज करते हुए बड़ी कार्रवाई की. एनआईए ने देश के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज इकट्ठा किए.

Advertisement

215 अधिकारियों की टीम किया केस क्रैक

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए के करीब 215 अधिकारी और कर्मचारी इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. जिसमें 8 SP स्तर के अधिकारियों की टीमें बनी हैं. वहीं 3 डीआईजी और 2 IG स्तर के अधिकारी इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं. आतंकी फंडिंग जहां एक ओर उरी और पुंछ के जरिए ट्रेड के द्वारा पाकिस्तान की तरफ से करोड़ों रुपए भेजे जा रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ हवाला के जरिए आतंकियों के पास पैसे भेजे जा रहे हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जब एनआईए ने छापेमारी की थी तो उस दौरान लश्कर के लेटर हेड और इसके अलावा हिजबुल मुजाहिद्दीन के "थैंक यू लेटर" भी गिरफ्तार किए गए हुर्रियत नेताओं के घरों से मिले थे. सूत्र बताते हैं कि शहीदुल इस्लाम जो मीरवाइज उमर फारूक का सबसे करीबी हैं, उसके सीधे संबंध हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन से हैं. आने वाले समय में एनआईए हुर्रियत के बड़े नेताओं से पूछताछ कर सकती है.

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement