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रजिस्टर्ड नहीं थी श्रद्धालुओं की बस, आतंकी अलर्ट के बाद भी नाकाम रहीं एजेंसियां

29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी. यात्रा के शुरू होने से पहले ही खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया था. खुफिया इनपुट के मुताबिक, आतंकियों को अमरनाथ यात्रियों और पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाने के निर्देश मिले थे.

आतंकी हमले के अलर्ट के बावजूद सुरक्षा में चूक आतंकी हमले के अलर्ट के बावजूद सुरक्षा में चूक
अशरफ वानी/पुनीत शर्मा
  • अनंतनाग,
  • 10 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकी हमला हुआ है. इस हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से ज्यादा श्रद्धालु जख्मी हो गए. खुफिया एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा से ठीक पहले 25 जून को आतंकी हमले के अलर्ट से संबंधित जानकारी पुलिस प्रशासन से साझा की थी. खुलासा हुआ है कि जिस बस पर ये आतंकी हमला हुआ है वो श्राइन बोर्ड में रजिस्टर्ड नहीं थी.

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29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी. यात्रा के शुरू होने से पहले ही खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया था. खुफिया इनपुट के मुताबिक, आतंकियों को अमरनाथ यात्रियों और पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाने के निर्देश मिले हैं. आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर हमले कर देशभर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं.

खुफिया इनपुट मिलने के बाद से ही हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही दक्षिणी कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. आईजी (कश्मीर) ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के लिए कहा था. इसके बावजूद आतंकियों ने सोमवार तकरीबन 8 बजे यात्रियों की बस पर हमला कर दिया.

अमरनाथ यात्रा के बाबत जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने 'आजतक' से कहा था कि सुरक्षा से लेकर रास्ते के सारे प्रबंध तक पूरी तैयारी की जा चुकी है. उन्होंने लोगों से न डरने की अपील करते हुए कहा था कि बॉर्डर पर जो छिटपुट घटनाएं हो रही हैं, लोग उस पर ध्यान न दें. रास्ते में 30 हजार जवान सुरक्षा दे रहे हैं. हमने लोगों के ठहरने से लेकर हर तरह के प्रबंध कर लिए हैं.

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कैसे हुआ हमला

बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस बालटाल से मीर बाजार की तरफ जा रही थी. इसी दौरान बाइक सवार दो आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी. आतंकियों की गोलीबारी में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. जबकि 7 श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं.

रोका गया यातायात

इस आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. एहतियात के तौर पर जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है. जिस बस पर ये आतंकी हमला हुआ है वो श्राइन बोर्ड में रजिस्टर्ड नहीं है. यानी इस बस के साथ कितनी सुरक्षा व्यवस्था थी, इसकी जांच की जा रही है.

कई लेवल में की गई थी सुरक्षा व्यवस्था

गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमलों को लेकर कई लेवल में सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. एक-एक यात्री की सुरक्षा निश्चित करने का दावा किया गया था, इसके बावजूद आतंकियों ने श्रद्धालुओं को टारगेट कर कैसे हमले का अंजाम दिया, ये बड़ा सवाल है. केंद्र सरकार की ओर से इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी.

राजधानी में भी हाई अलर्ट

अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद दिल्ली में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजधानी के कई इलाकों में भारी तादाद में फोर्स तैनात की गई है. इसके साथ ही दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सभी बस अड्डों, मेट्रो स्टेशन और भीड़-भाड़ वाले इलाके में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है. इस सुरक्षा व्यवस्था की कमान सभी जोन के डीसीपी और एसीपी ने खुद संभाल रखी है.

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