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कश्मीर में हमलों की Inside Story- ISI के इस प्लान के तहत पुलिस को निशाना बना रहे आतंकी

जम्मू कश्मीर में एक बड़ी साजिश के तहत आतंकी प्रदेश की पुलिस पर हमला कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार आतंकी संगठन आईएसआई के इशारे पर काम कर रहे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
अजीत तिवारी/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • त्राल,
  • 21 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

जम्मू कश्मीर में होने वाले पंचायत चुनावों को नाकाम बनाने के लिये ISI साजिश कर रही है. खुफिया एजेंसी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडरों को निर्देश दिए गए हैं कि वो पुलिसवालों और उनके परिजनों पर हमला करें.

जानकारी के मुताबिक, पिछले दिनों से कई पंचायत घरों को जलाने के पीछे भी ISI का ही प्लान काम कर रहा है. ISI अपने प्लान के तहत पुलिस पर हमला कर और उनका विडियो बना कर सोशल मीडिया में सर्कुलेट करवा रही है, ताकि वो अपना मैसेज कश्मीर में फैला सके.

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दरअसल, कश्मीर के पुलिसवालों और एसपीओ में डर का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक ISI कश्मीर में सुरक्षा बलों पर बड़े हमले न कर पाने से परेशान है. पिछले कुछ महीनों में ऑपरेशन आल आउट के चलते कई बड़े आतंकी मारे जा चुके हैं और ऐसे में अब जो आतंकी बचे हैं, उनके पास बड़े हमले करने की कुव्वत नहीं है. ऐसे में सॉफ्ट टारगेट पर आतंकी हमले कर रहे हैं.

यही नहीं, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर कश्मीर घाटी के त्राल में मौजूद आतंकी कमांडर पस्तुना और लारू के जामा मस्जिद के मौलवी पर दबाव बनाकर उनसे यह अनाउंस करवा रहे हैं कि 30 से ज्यादा SPO अब तक त्राल के इलाके से या तो नौकरी छोड़ चुके हैं या फिर वह छुट्टी पर चले गए हैं. भारतीय एजेंसियां लगातार इस तरीके के अनाउंसमेंट पर नजर बनाए हुए हैं.

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बता दें कि शुक्रवार को कश्मीर में आतंकियों ने मुहर्रम पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के तीन जवानों को अगवा कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद उनकी लाश को गांव में ही फेंक दिया. वहीं, आतंकियों ने अगवा किए गए एक पुलिसकर्मी को छोड़ भी दिया. जिन तीन पुलिसकर्मियों की हत्या की गई है उनमें दो SPO और कॉन्स्टेबल शामिल हैं. जबकि फयाज अहमद भट्ट को आतंकियों ने छोड़ दिया. इस हरकत से आतंकियों ने दिखा दिया है कि वो बोली की नहीं गोली की भाषा से ही समझेंगे.

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