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अमेरिका में पढ़ने के लिए जरूरी हैं ये टेस्ट

विदेश में पढ़ने का सपना कौन नहीं देखता है. कई स्टूडेंट्स तो पैसों की वजह से अपना सपना पूरा नहीं कर पाते जबकि इनमें से कुछ अधूरी जानकारी की वजह से मौका हाथ से गंवा देते हैं. अगर आप अमेरिका में पढ़ने की सोच रहे हैं और जानना चाहते हैं एडमिशन का पूरा प्रोसेस तो पढ़ें:

Harvard University Harvard University
रोमा
  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2014,
  • अपडेटेड 1:03 PM IST

विदेश में पढ़ने का सपना कौन नहीं देखता है. कई स्टूडेंट्स तो पैसों की वजह से अपना सपना पूरा नहीं कर पाते जबकि इनमें से कुछ अधूरी जानकारी की वजह से मौका हाथ से गंवा देते हैं. अगर आप अमेरिका में पढ़ने की सोच रहे हैं और जानना चाहते हैं एडमिशन का पूरा प्रोसेस तो पढ़ें:

अमेरिका में स्थित लगभग सारी यूनिवर्सिटीज एडमिशन के लिए स्टैंडर्ड टेस्ट का आयोजन करती है ताकि वह स्टूडेंट्स की नॉलेज को चेक कर सके. इसके अलावा एडमिशन पाने के लिए स्टूडेंट्स को इंग्लिश टेस्ट भी देना होता है. अलग-अलग एजुकेशनल बैकग्राउंड से आने वाले स्टूडेंट्स की एबिलिटीज को चेक करने के लिए यह टेस्ट काफी जरूरी होते हैं.

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यही नहीं इस टेस्ट में पाए गए नंबरों के माध्यम से ही अपने पसंद के स्कूलों में एडमिशन मिलता है.

जानें टेस्ट के बारे में:
1. अमेरिका की ज्यादातर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में ग्रेजुएट या अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन पाने के लिए विदेशी स्टूडेंट्स को एक या एक से ज्यादा स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट देने पड़ सकते हैं.

2. जब आप अमेरिकन कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में आवेदन कर रहे हैं तो आपके एप्लीकेशन फॉर्म में टेस्ट स्कोर के अलावा निबंध, रिफरेंस लेटर, ट्रांसस्क्रिप्ट और कार्य अनुभव होना जरूरी है.

3. एक इंटरनेशनल स्टूडेंट होने के नाते आपकी क्षमताओं को अंग्रेजी भाषा की जानकारी पर भी आंका जाएगा.

4. कई स्कूलों में टेस्ट स्कोर को ज्यादा महत्व दिया जाता है इसलिए इसे हल्के में न लें.

स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट के प्रकार:
अमेरिका में स्थित ज्यादातर यूनिवर्सिटीज में ग्रेजुएट और अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन के लिए TOEFL एग्जाम को तरजीह देते हैं. इसका मूल मकसद स्टूडेंट्स की इंग्लिश नॉलेज जज करना होता है.

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अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन पाने के लिए स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट के नाम:

1. स्कॉलास्टिक असेस्मेंट टेस्ट (SAT)
2. टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज ए फॉरेन लैंगवेज (TOEFL)
3. अमेरिकन कॉलेज टेस्टिंग (ACT)

प्रोफेशनल और ग्रेजुएट प्रोग्राम्स में एडमिशन पाने के लिए जरूरी हैं ये टेस्ट:

1. टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज ए फॉरेन लैंगवेज (TOEFL)
2. ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशंस (GRE)- लिबरल आर्ट्स, साइंस और मैथ्स कोर्स में एडमिशन के लिए
3. ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (GMAT) - बिजनेस स्कूलों में एडमिशन पाने के लिए/ एमबीए की पढ़ाई के लिए
4. लॉ स्कूल एडमिशन टेस्टिंग प्रोग्राम (LSAT)- लॉ स्कूलों में एडमिशन पाने के लिए
5. मेडिकल कॉलेज एडमिशन टेस्ट (MCAT)- मेडिकल स्कूलों में एडमिशन के लिए
6. डेंटल एडमिशन टेस्टिंग प्रोग्राम (DAT) - डेंटल स्कूलों में एडमिशन के लिए
7. फार्मेसी कॉलेज एडमिशन टेस्ट (PCAT)
8. ऑप्टोमेट्री एडमिशन टेस्टिंग प्रोग्राम (OAT)

ऐसे करें स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट की तैयारी:
किसी भी टेस्ट के लिए एपीयर होने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आपको उस टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी हो. स्पष्ट और पूरी जानकारी होने पर ही आप टेस्ट में अच्छा स्कोर ला पाएंगे और अपने मनपसंद कॉलेज में एडमिशन का सपना पूरा कर पाएंगे.

1. किसी भी टेस्ट के लिए तैयारी करने से पहले पूरी रिसर्च कर लें कि इस टेस्ट से आप कहां एडमिशन पा सकेंगे. इसके अलावा यह भी जानना जरूरी है कि कितने स्कोर लाने पर एडमिशन पा सकेंगे.
2.
टेस्ट में एपीयर होने के लिए रजिस्ट्रेशन टाइम पर करा लें.
3.
टेस्ट में अच्छा स्कोर पाने के लिए सैंपल प्रैक्टिस टेस्ट, क्वेश्चन पेपर जरूर सॉल्व करें. इससे आपकी प्रैक्टिस बनी रहेगी और आप टेस्ट में अच्छा स्कोर पा सकेंगे.
4. अगर आपने टेस्ट में कम स्कोर प्राप्त किए हैं तो आप दोबारा टेस्ट दे सकते हैं.
5. कई स्कूलों में एवरेज स्कोर पर एडमिशन होता है जबकि कुछ स्कूलों में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त पर एडमिशन होता है. कोशिश करें आप जिस स्कूल में एडमिशन लेने जा रहे हैं उसकी टेस्ट पॉलिसी अच्छी तरह से जान लें.

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