
मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सबसे खास सहयोगी छोटा शकील के मरने की ख़बर एक अफवाह थी. इस बात का खुलासा आजतक/इंडिया टुडे की खास जांच पड़ताल में हुआ. दरअसल, एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा था. जिसमें एक शख्स खुद को बिलाल बताते हुए किसी शख्स को छोटा शकील के मरने की ख़बर दे रहा था. वह दूसरा शख्स दाऊद बताया जा रहा था. लेकिन जब इस पूरे मामले की छानबीन की गई तो इस पूरे मामले के पीछे थाई पुलिस के एक खत का पता चला.
आजतक/इंडिया टुडे पड़ताल में पता चला कि थाईलैंड पुलिस ने 27 जनवरी को इंटरपोल को एक पत्र लिखा था. उसी के बाद दाऊद इब्राहिम के करीबी छोटा शकील के मरने की ख़बर फैली थी. बाद में पता चला कि वो लैटर फर्जी था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए थाईलैंड पुलिस ने इंटरपोल को फर्जी खत लिखने के आरोप में एक जर्मन नागरिक फ्रेंक को बैंकाक में गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या दाऊद ने ही अपने करीबी छोटा शकील के मरने की ख़बर फैलाई थी? अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सबसे करीबी और डी कंपनी के सीईओ माने जाने वाले छोटा शकील की मौत का ऑडियो वायरल होने के बाद देश और विदेश की मीडिया में सनसनी फैल गई. छोटा शकील की मौत की ख़बर जांच एजेंसियों के लिए पहेली बन गई.
इस ऑडियो टेप में एक शख्स जो खुद को बिलाल बता रहा है. वो छोटा शकील के करीबी को ना सिर्फ शकील के मरने की ख़बर बता रहा है बल्कि उसका दावा है कि दाऊद का भाई अनीस छोटा शकील के पैसे को भी हजम करना चाहता है.
आजतक/इंडिया टुडे ने छोटा शकील की मौत की हकीकत जानने के लिए तहकीकात शुरू की तो हमारी टीम के हाथ थाईलैंड पुलिस का एक पत्र लगा, जो 27 जनवरी को इंटरपोल को लिखा गया था.
थाईलैंड पुलिस के जरिए इंटरपोल को लिखे गए इस खत में बताया गया है कि शकील शेख जिसे छोटा शकील के नाम से भी जाना जाता है, उसकी मौत 7 जनवरी को हो चुकी है. उसकी मौत की ख़बर कन्फर्म हो चुकी है, लिहाजा अब छोटा शकील के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस की कोई जरुरत नहीं है.
आजतक/इंडिया टुडे के हाथ लगे इस खत के बाद हमने थाईलैंड में तहकीकात शुरू की तो पता चला कि थाईलैंड पुलिस की तरफ से लिखा ये पत्र पूरी तरह से फर्जी है. खत में जिस थाई पुलिस के अधिकारी प्रिया उथायो का नाम लिखा गया है, वो थाई पुलिस में पोस्टेड तो हैं लेकिन किसी और विभाग में तैनात हैं. लिहाजा इंटरपोल के लिखा गया पत्र फर्जी निकला.
अब सवाल ये है कि दाऊद के करीबी छोटा शकील के मरने का ऑडियो और उसके बाद थाईलैंड से लिखे गए फर्जी खत के पीछे की हकीकत क्या है. सूत्रों के मुताबिक अंडरवर्ल्ड में दाऊद और छोटा शकील के बीच अनबन की ख़बर भी आई थी, जिसकी वजह दाऊद के भाई अनीस को माना गया. हजारों करोड़ के धंधे में दाऊद के बाद नंबर 2 की पोजिशन के लिए जंग शुरु हो चुकी है. जांच एजेंसियों का मानना है कि दाऊद ने ही छोटा शकील के मरने की ख़बरें फैलाई हैं.
थाईलैंड से इंटरपोल को लिखे गए खत की जानकारी मिलने के बाद थाई पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि ये खत बैंकाक के सवासदी अंगकोर लॉज के फैक्स नंबर 006622802255 से इंटरपोल को भेजा गया था.
बैंकाक पुलिस के साथ-साथ भारतीय जांच एजेंसियां भी इस खत के पीछे की सच्चाई को जानने को आतुर थी. इसके बाद बैंकाक पुलिस के थाना सनमलॉन्ग ने छोटा शकील की मौत की फर्जी सूचना देने के आरोप में एक जर्मन नागरिक को गिरफ्तार किया है. उसने पूछताछ में बताया कि इंटरपोल को खत लिखने के लिए एक भारतीय मूल के शख्स ने उसे भेजा था. अब थाईलैंड पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
इसी बीच अपनी मौत की ख़बर के बाद डॉन छोटा शकील अंडरग्राउंड हो चुका है. जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक 670 करोड़ से भी ज्यादा संपत्ति के चक्कर में अंडरवर्ल्ड मे दरार पड़ चुकी है. छोटा शकील और दाऊद इब्राहिम के बीच दुश्मनी के बीज उगने लगे हैं.
माना जा रहा है की दाऊद इब्राहिम ने ही छोटा शकील के मरने की खबर फैलाई है, ताकि अंडरवर्ल्ड में फैले शकील के शूटर अब सीधे दाऊद इब्राहिम या उसके भाई अनीस के साथ सीधे जुड़ जाएं. और वे सभी अब उनके ही इशारे पर काम करने लगें.