
थाइलैंड की खतरनाक थाम लुआंग गुफा में फंसे बच्चों को बचाने का 16 दिन से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन अब उन परिवारों, दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए काफी लंबा हो गया है जो लगातार कई रातों से सोए नहीं हैं. हालांकि, लोगों की प्रार्थनाओं, दुआओं और उम्मीदों का सिलसिला जारी है.
माए सेई के बैन वांग पैन स्कूल में सुबह की सभा में 14 साल के अदुल समोन की सलामती के लिए विशेष प्रार्थना की गई. समोन भी उन 14 बच्चों में शामिल है जो 23 जून को गुफा में फंस गए थे. उस दिन से ही स्कूल के नोटिस बोर्ड पर हॉर्ट के आकार वाले संदेश चिपकाए जा रहे हैं, जिनमें लिखा होता है, 'मजबूत बनें' और 'हम सब आपका इंतजार कर रहे हैं.'
स्कूल के टीचर्स का कहना है कि अदुल उनके स्कूल का गौरव है. अदुल द्वारा जीती गई सभी ट्राफियों, मेडल और सर्टिफिकेट को प्रदर्शन के लिए रखा गया है.
चमकीली आंखों वाला अदुल गुफा में फंसा एकमात्र ऐसा बच्चा है जो कि अंग्रेजी जानता है . उसे ब्रिटेन के डाइवर्स से अंग्रेजी में बात करते देखा गया. ग्रुप की तलाश होने के कुछ घंटे के बाद ही आए एक वीडियो में अदुल अंग्रेजी में यह कहते दिख रहा है, 'मैं अदुल हूं, मेरा स्वास्थ्य ठीक है.'
अदुल के मां-बाप म्यांमार में रहते हैं और वह एक स्वशासित राज्य वा में जन्मा है. वह अपने टीचर्स और सहपाठियों में काफी लोकप्रिय है. आजतक ने गुफा में फंसे एक और बच्चे पनुमत के परिवार से संपर्क किया. घर पर उसकी बहन और दादा जी कुछ अच्छी खबर मिलने की आस में लगातार टीवी से चिपके हुए दिखते हैं.
उसकी बहन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि वह अच्छा होगा. उसे फुटबॉल बहुत पसंद है. मैं उसके घर आने का इंतजार कर रही हूं. उसके वापस आने के बाद हम साथ बैठकर फुटबॉल देखेंगे.'
फुटबॉल के उस मैदान में भी लोग काफी बेचैन दिख रहे हैं, जहां इन बच्चों की टीम हर दिन खेलती थी. वाइल्ड बोर के सीनियर्स खिलाड़ी अपने मॉटो से प्रेरणा लेते हुए उम्मीद लगाए हुए हैं. हेड कोच कोतनोव ने कहा, 'बच्चे काफी मजबूत हैं. वे हर दिन दो घंटे खेलते थे. कोच एकपोल हर खिलाड़ी का ध्यान रखते हैं.