
जब दुनिया के सारे मार्केट हो जाते है पस्त तो केवल अमेरिका ही सबको बड़ा भाई बनकर सहारा देता है. गौरतलब है कि इस हफ्ते का पहला कारोबारी दिन काला सोमवार रहा. 2008 के बाद का सबसे बड़ा कोहराम चीन की मंदी की वजह से आया.
चीन के बाजार के हाहाकार ने दुनियाभर के सभी बाजारों को मंदी के चपेट में ले लिया. इसके बाद अमेरिकी बाजार की मजबूती ने दुनियाभर के बाजारों को सहारा ही नहीं बल्कि भारी उछाल देने में भी मदद की.
अमेरिकी बाजार का एशिया पर असर
अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए चीन द्वारा रिकवरी कदम उठाने के बावजूद एशियाई बाजार उतने संभलते नजर नहीं आए. लेकिन बुधवार को अमेरिकी बाजार की तेजी ने एशिया को सुस्ती से निकालने का काम किया. गुरुवार की सुबह एशियाई बाजारों पर इसका असर देखने मिल रहा है. फिलहाल जापान का निक्केई 1.30% की बढ़त, हैंग सेंग में 2.53% की बढ़त और सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स में भी 2.10% की बढ़त देखने को मिल रही है.
चीन बाजार भी संभला
चीन ने मंदी से उबरने के लिए कई कदम उठाए लेकिन चीनी बाजार को भी वास्तविक सहारा अमेरिकी बाजार का ही मिला. इसके चलते बाजार में उछाल देखने को मिली है. फिलहाल चीन का शंघाई कंपोजिट 1.55% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है़. गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए चीन ने एक बार फिर से ब्याज दरों में कटौती कर दी है. चीन के सैंट्रल बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने प्रमुख दरें 0.25 फीसदी घटा दी है. साथ ही रिजर्व रिक्वायरमेंट रेश्यो में 0.50 फीसदी घटा दिया है.
ग्लोबल मार्केट में 4% फीसदी तक उछला
बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार ने चार सालों के एकदिनी कारोबार में सबसे बड़ी तेजी हासिल की. निवेशकों की ऐसी उम्मीद है कि अमेरिकी फैडरल रिजर्व अगले महीने ब्याज दर नहीं बढ़ायेगा इसी के चलते बुधवार को अमेरिकी बाजार में यह उछाल देखने को मिली. बीते दिन के कारोबार में डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 619 अंक यानी 3.95% की बढ़त के साथ 16,285 अंक पर और एसऐंडपी 500 अंक या 3.90% बढ़ कर 1,941 पर बंद हुआ.