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गर्भवती महिलाओं के लिए अजन्मे बच्चे की निगरानी करना अब ज्यादा मुश्किल नहीं रहेगा. जल्द ही यह काम आसान हो जाएगा. यह सब मुमकिन होगा एक स्वास्थ्य प्रणाली से.
यह प्रणाली यहां के एक अस्पताल में पेश की गई. लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल जनरल अस्पताल (सॉयन अस्पताल) ने भारत की प्रथम तार रहित भ्रूण निगरानी प्रणाली जारी की है. इस प्रणाली का आविष्कार और विकास नॉटिघम विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है.
निगरानी और देखभाल (मोनिका) प्रणाली स्टील चैंबर्स चैरिटेबल फांउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा दिए गए अनुदान से उपलब्ध कराई गई है. सॉयन अस्पताल में एक साल में करीब 14,000 बच्चे जन्म लेते हैं. इसके अध्यक्ष सुलेमान मर्चेट ने कहा कि यह संख्या भारत में सबसे अधिक है.
मर्चेट ने कहा, 'देश में पहली बार वंचित माताएं मोनिका का लाभ उठा सकती हैं. इसे विशेष रूप से हमारे लिए विकसित किया गया है.' उन्होंने कहा, 'सामान्य ईसीजी की भांति इसमें महिला के पेट पर लीड्स लगाकर गर्भस्थ शिशु के ईसीजी की जांच की जा सकती है. इससे गर्भवती महिला की हृदय गति, गर्भाशय के संकुचन की जानकारी मिल जाती है. इस प्रक्रिया में पारंपरिक ट्रांसड्यूसर बेल्ट और जोड़ने वाले तारों को पूरी तरह दूर रखा जाता है.'
उन्होंने कहा कि चूंकि इसमें किसी बेल्ट का उपयोग नहीं होता है, इसलिए स्वाभाविक प्रसव स्थितियों की स्वतंत्रता है, यानी चारों ओर घूम सकते हैं और बिस्तर के आसपास चिकित्सक के लिए भी अतिरिक्त स्थान रहता है, लिहाजा इससे प्रसव का अच्छा अनुभव होता है.
इनपुट: IANS