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पाकिस्तान का पानी रोकेगा पंजाब, शाहपुर कांडी बांध का काम शुरू

पंजाब के पठानकोट में सालों से लंबित शाहपुर कांडी बांध का बंद पड़ा काम फिर से शुरू हो गया है.सूबे के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रावी पर बन रहे इस बांध की मरम्मत में अहम योगदान भूमिका निभाई है.

अमरिंदर सिंह अमरिंदर सिंह
aajtak.in
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  • 08 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 8:15 PM IST

आने वाले समय में पाकिस्तान की तरफ बहने वाली रावी नदी के पानी को भारत कुछ हद तक रोक सकता है. दरअसल, पंजाब के पठानकोट में सालों से लटके पड़े शाहपुर कांडी बांध का काम फिर से शुरू होने वाला है. सूबे के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रावी पर बन रहे इस बांध की मरम्मत में अहम भूमिका निभाई है.

लोगों के संबोधित करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि 2073 करोड़ का ये प्रोजेक्ट पूरी तरह से शुरू होने के लिए तैयार है. जो ना केवल राज्य के लिए पानी का अहम स्रोत बनेगा बल्कि पाकिस्तान की ओर पानी के बहाव को कुछ हद तक रोकने में भी मदद करेगा.

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बता दें कि इस परियोजना को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ने निजी प्रयास से जम्मू- कश्मीर के साथ अटके पड़े मामलों को निपटाया ताकि काम जल्द से जल्द शुरु किया जा सके.

2,073 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर सरकारें पहले ही 2014 तक 640 करोड़ खर्च कर चुका है. अब आगे पंजाब सरकार इस पर 1408 करोड़ करोड़ राज्य के खजाने से खर्च करेगी. जबकि सिंचाई के लिए अलग से 685 करोड़ सरकार खर्च करेगी जिसमें 485 करोड़ केंद्र सरकार और 179.28 करोड़ पंजाब सरकार देगी.

अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस काम को आने वाले तीन साल यानि उनके कार्यकाल में ही पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे न केवल पंजाब में 5000 एकड़ सिंचाई बढ़ जाएगी. साथ ही इससे  ऊर्जा का उत्पादन  बढ़ेगा  और ऊपरी बारी दोआब नहर के सिचाई की क्षमता में 1.18 लाख हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी होगी.

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पंजाब के ऊर्जा मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगर ने कहा कि फिलहाल पाकिस्तान की ओर बह रहे पानी का इस्तेमाल पंजाब के किसान करेंगे.

साल 2008 में केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अन्य 13 प्रोजेक्ट के साथ नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा दे दिया था और इसको जुलाई 2017 तक पूरा करने का प्रस्ताव किया गया था. इस प्रोजोक्ट का काम पूरे जोरों से चल रहा था पर अगस्त  2014 में काम रोक दिया गया था. खास बात यह है कि साल 1999 से शुरू इस बांध के काम को अब नई दिशा मिल गई है

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