
जहां बॉलीवुड के ज्यादातर फिल्मकार मानते हैं कि इस वक्त बॉलीवुड में अच्छी स्क्रिप्ट्स का अकाल पड़ा हुआ है, वहीं तब्बू और अजय देवगन की मुख्य भूमिका वाली 'दृश्यम' के डायरेक्टर निशिकांत कामत कहते हैं कि ऐसा नहीं है. कभी-कभी स्टूडियो नए विषयों में पैसा लगाने से कतराते हैं, इसलिए रीमेक अकसर मुनाफे का सौदा साबित होती हैं.
निशिकांत कामत ने मलयालम फिल्म 'दृश्यम' के हिंदी रीमेक का डायरेक्शन किया है. वह हिंदी में 'मुंबई मेरी जान', 'फोर्स' और मराठी में 'लाय भारी' जैसी सफल फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं. वह कहते हैं कि अच्छी कहानियों के अकाल की वजह से नहीं बल्कि हिंदी भाषी दर्शकों तक पहुंचाने के लिए ही उन्होंने 'दृश्यम' का रीमेक बनाने का फैसला लिया.
कामत ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, 'बॉलीवुड में अच्छी स्क्रिप्ट्स की कमी नहीं है. कभी-कभी स्टूडियो उन फिल्मों पर पैसा लगाने के लिए तैयार नहीं होते, जो उनके पल्ले नहीं पड़ती. जबकि रीमेक में आपके पास एक रिफरेंस होता है, जिस कारण स्टूडियो पैसा लगा देता है.'
कामत की भावी फिल्में एकदम अलग होंगी. इस बारे में उन्होंने कहा, 'मेरी अगली फिल्म 'रॉकी हैंडसम ' है. यह बेहद एक्शन वाली है. लोग इसमें कोरियाई एक्शन स्टाइल देखेंगे. उसके बाद में इरफान खान के साथ 'मदारी' कर रहा हूं.'
इनपुट: IANS