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मर्दों में कमजोरी के लिए ये आदतें हैं जिम्मेदार

अगर पुरुषों की बात करें तो पुरुषों की एक बड़ी संख्या है जो हेल्दी लाइफस्टाइल नहीं जीते हैं. कई बार उन्हें सिगरेट पीने, शराब पीने जैसी बुरी लत भी लग जाती है. इन बुरी आदतों के चलते जीवनशैली और बिगड़ जाती है.

गलत आदतें है कमजोरी की वजह गलत आदतें है कमजोरी की वजह
भूमिका राय
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

आज ज्यादातर लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी है कि उसमें वे अपने स्वास्थ्य पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं. अस्त-व्यस्त लाइफस्टाइल के चलते ही ज्यादातर लोगों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो गया है.

अगर पुरुषों की बात करें तो पुरुषों की एक बड़ी संख्या है जो हेल्दी लाइफस्टाइल नहीं जीते हैं. कई बार उन्हें सिगरेट पीने, शराब पीने जैसी बुरी लत भी लग जाती है. इन बुरी आदतों के चलते जीवनशैली और बिगड़ जाती है. इन बुरी आदतों के चलते कब वो शख्स एक मरीज बन जाता है, खुद उसे भी नहीं पता चलता है.

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सिगरेट पीना और शराब पीना महज दो उदाहरण है. इसके अलावा कई ऐसी आदतें हैं जो पुरुषों को कमजोर बना देती है:

1. सिगरेट पीना
सिगरेट न पीने के बारे में लोगों को समझाने के लिए कई कैंपेन चलाए गए और अब भी चलाए जा रहे हैं. सिगरेट पीने से शरीर में अंदर ही अंदर कई तरह की बीमारियां पलने लग जाती हैं. इसके चलते शरीर धीरे-धीरे कमजोर होता चला जाता है.

2. बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन
बहुत अधिक शराब पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ता है. धीरे-धीरे शरीर बीमारियों से लड़ने में असमर्थ होने लगता है और एक स्थिति ऐसी भी आती है जब शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग काम करना बंद कर देते हैं.

3. खुद से ही दवा ले लेना
अक्सर पुरुषों में ये आदत होती है कि वो बीमार होने पर या फिर बुखार होने पर बिना किसी डॉक्टर से सलाह लिए मेडिकल स्टोर से कोई भी दवा लेकर खा लेते हैं. ये गलत आदत है. जिसकी वजह से कई तरह की दिक्कतें पेश आ सकती हैं.

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4. खुद में ही सिमटकर रह जाना
शायद आपको पता न हो लेकिन लोगों से मिलने-जुलने में एक दवा सा असर होता है. कई बार आदमी अकेले रहते-रहते मानसिक रूप से बीमार हो जाता है और उसे खुद भी इस बात का पता नहीं चलता है कि वो बीमार होता जा रहा है. आजकल की व्यस्त जिन्दगी में ऑफिस से आने के बाद ज्यादातर पुरुषों को लगता है कि किसी और से मिलने से बेहतर है कि वो घर पर ही आराम करें. पर लोगों से न मिलना-जुलना अवसाद का पहला चरण भी हो सकता है.

5. एक्सरसाइज को अनदेखा कर देना
बिजी लाइफस्टाइल के चलते एक ओर जहां खानपान बुरी तरह प्रभावित होता है वहीं एक्सरसाइज के लिए भी टाइम निकालना मुश्क‍िल हो जाता है. एकबार ये आदत छूट जाती है तो उसे दोबारा शुरू कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है.

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