
आरएसएस की गोवा यूनिट के प्रमुख सुभाष वेलिंगकर को हटाए जाने के बाद संघ में बगावत हो गई है. भारतीय भाषा सुरक्षा मंच के प्रमुख वेलिंगकर के सपोर्ट में 400 से अधिक कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया. इन सभी ने एक अलग ईकाई का गठन करने का भी ऐलान कर दिया. इस ईकाई के मुखिया सुभाष ही होंगे और नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय से इसका कोई लेना-देना नहीं होगा.
नया 'आरएसएस' इस तरह होगा नागपुर से अलग:
- यह ईकाई आरएसएस के कोंकण प्रांत का विभाग नहीं रहा, बल्कि खुद में एक प्रांत हो गया है.
- यह यूनिट गोवा में शिक्षा का माध्यम के तौर पर कोंकणी और मराठी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार पर जोर देगी.
- ये अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को दिए जाने वाले अनुदान को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं.
- यह ईकाई राजनीतिक मसलों पर स्वतंत्र तरीके से काम करेगी. कम-से-कम अगले साल के विधानसभा चुनाव तक.
- 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक मुद्दों पर नागपुर स्थित मुख्यालय से राय लेने पर विचार कर सकते हैं.
- गोवा में 2017 में होने वाली विधानसभा चुनाव में यह ईकाई भारतीय भाषा सुरक्षा मंच को सपोर्ट करेगी.