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Whatsapp पर फैल रही भूकंप की अफवाह, न करें यकीन

फेसबुक, व्हॉट्सऐप या सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे उन संदेशों पर यकीन न करें, जिनमें बहुत जल्द भारत में जबरदस्त भूकंप आने का दावा किया जा रहा है. नेपाल में भीषण भूकंप के बाद फैलाई जा रही इन अफवाहों पर अब केंद्र सरकार सतर्क हो गई है और उसने मीडिया के लिए एडवाइजरी जारी की है.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 10:38 AM IST

फेसबुक, व्हॉट्सऐप या सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे उन संदेशों पर यकीन न करें, जिनमें बहुत जल्द भारत में जबरदस्त भूकंप आने का दावा किया जा रहा है. नेपाल में भीषण भूकंप के बाद फैलाई जा रही इन अफवाहों पर अब केंद्र सरकार सतर्क हो गई है और उसने मीडिया के लिए एडवाइजरी जारी की है.

सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक संदेश में दावा किया गया है कि वैज्ञानिकों ने उत्तर भारत में एक बड़े भूकंप की भविष्यवाणी की है. लेकिन जानकारों ने साफ कर दिया है कि भूकंप की भविष्यवाणी करने की तकनीक अभी ईजाद ही नहीं की गई. सिर्फ सीस्मिक गतिविधियों के आधार पर किसी जोन के बारे में थोड़ा-बहुत अनुमान लगाया जाता है.

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गौरतलब है कि शनिवार को नेपाल में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप में अब तक करीब 2700 मौतें हो चुकी हैं. भारत में भी बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में काफी नुकसान हुआ है और कुल 67 लोगों की मौत हो गई है.

बिहार में खतरनाक भूकंप की उड़ाई गई अफवाह
शनिवार को आए तगड़े भूकंप के बाद नेपाल और उत्तर भारत में रविवार को भी 6.7 तीव्रता से धरती कांपी. व्हॉट्सएप पर फैल रही एक अफवाह के मुताबिक, 'भारत में 8:06 PM पर एक भूकंप आएगा. भारत सरकार ने घर में न रहने की सलाह दी है. नासा के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर अगले भूकंप की तीव्रता 8.2 होगी.'

शनिवार को व्हॉट्सएप पर बिहार में 13 की तीव्रता वाले भूकंप की अफवाह भी उड़ाई गई थी. ऐसे ही कई संदेश फेसबुक पर भी लिखे गए हैं. इन अफवाहों पर स्पष्ट प्रतिक्रिया देते हुए सरकार ने मीडिया से कहा है कि वह इस तरह की अफवाहों का सख्ती से खंडन करे. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि ऐसी अफवाहें तनाव पैदा करके राहत कार्यों पर असर डाल सकती हैं.

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ट्विटर का हो रहा प्रभावी इस्तेमाल
फेसबुक-व्हॉट्सएप पर अफवाहों को हवा दी जा रही है, लेकिन ट्विटर मंत्रियों और अधिकारियों के लिए राहत कार्य का प्रभावी टूल बन गया है. नेपाल से भारतीयों को निकालने के काम में ट्विटर का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सरकारी अधिकारी ट्विटर के जरिये भी हर घटना पर नजर रखे हुए हैं. नेपाल में फंसे लोगों के परिवार मिनिस्ट्री के हैंडल को मेंशन करके ट्वीट कर रहे हैं और अधिकारी उनका नोटिस ले रहे हैं.

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