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दिल्ली: बाघ के हमले में जान गंवाने वाले मकसूद के परिवार ने मांगा 50 लाख का मुआवजा

दिल्ली के चिड़ियाघर में बाघ के हमले में जान गंवाने वाले मकसूद के परिवार ने सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है. दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई करते हुए जस्टिस विभु बखरू ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्रशासन को नोटिस जारी किया.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2014,
  • अपडेटेड 11:45 AM IST

दिल्ली के चिड़ियाघर में बाघ के हमले में जान गंवाने वाले मकसूद के परिवार ने सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है. दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई करते हुए जस्टिस विभु बखरू ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्रशासन को नोटिस जारी किया.

देखें: दिल्ली के चिड़ियाघर में बाघ के हमले का वीडियो

इसके अलावा दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी अपनी तरफ से एफिडेविट सौंपने को कहा गया है. कोर्ट ने एक अंग्रेजी चैनल से पूरे मामले की फुटेज भी मांगी है. गौरतलब है कि मकसूद नाम का 22 वर्षीय युवक दिल्ली जू घूमने गया था. जहां वह बाघ के बाड़े के बहुत करीब चला गया और दुर्घनावश उसमें गिर गया. इसके बाद बाघ ने उसे मार डाला था. इस घटना ने चिड़ियाघरों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए थे. इस पूरे मामले में एक जांच टीम का गठन भी किया गया था. इस टीम को घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सामने लाने का जिम्मा सौंपा गया है..

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मकसूद के परिवार की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि वह अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था. उसकी पत्नी 7 महीने के गर्भ से है. पत्नी के अलावा उसके परिवार में मां और 18 साल का एक भाई है. याचिकाकर्ता मोहम्मद फैजल ने कहा है मकसूद की मौत जू प्रशासन की लापरवाही से हुई. एक तो बाघ के बाड़े के पास पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे. मकसूद जब बाड़े में गिर गया तो उसे बचाने के लिए मदद भी समय पर नहीं पहुंच पाई. बाड़े में गिरने के बाद भी लगभग 10 मिनट तक बाघ ने उस पर हमला नहीं किया था.

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