
गैंगवार के चलते तिहाड़ जेल के दो कैदियों की हत्या के मामले में नया पेंच आ गया है. कोर्ट से वापस जेल ले जाते वक्त इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. दरअसल इस मामले में जांच ने वैन की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. वैन को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जो हत्याकांड के पीछे गहरी साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं.
पुलिस को इस मामले की जांच के दौरान कुछ अहम सुराग मिले हैं. पुलिस को शक है कि इस हत्याकांड की साजिश में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं. सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात ये है कि कैदियों को ले जाने वाली वैन के अंदर सीसीटीवी कैमरा भी लगा होता है. कैमरा कैदियों की तरफ रहता है. लेकिन जिस वैन में कैदियों की हत्या की गई उसका कैमरा ड्राइवर की तरफ था. पुलिस ये पता लगा रही है कि कहीं कैमरा जानबूझकर घुमाया तो नहीं गया था.
हत्या नीतू दाबोदिया गैंग के बदमाशों ने की. जबकि आरोप लगा नीरज बवाना के गैंग पर. नीतू दाबोदिया और नीरज बवाना दिल्ली के दो बड़े गैंग हैं. नीतू दाबोदिया एनकाउंटर में मारा गया था उसके बाद नीतू गैंग का काम पारस ने संभाल लिया था. रोहिणी कोर्ट से दोनों गैंग के सरगना पारस उर्फ़ गोल्डी और नीरज बवाना को उनके साथियों के साथ एक ही वैन में कोर्ट से वापस तिहाड़ जेल लाया जा रहा था जहां ये गैंगवार हुई थी. अब सबसे बड़ा सवाल ये है की दो बड़े गैंग के लोगो को एक ही बस में क्यों लाया गया था?