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अब नहीं फटेगी स्मार्टफोन की बैटरी!, रिसर्चर्स ने खोजी ये नई टेक्नोलॉजी

एक रिसर्च में पता चला है कि 10,000 गुना छोटे हीरे की मदद से लीथियम की बैटरी में आग लगने से बचाया जा सकता है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
साकेत सिंह बघेल/IANS
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 2:15 PM IST

एक रिसर्च में पता चला है कि 10,000 गुना छोटे हीरे की मदद से लीथियम की बैटरी में आग लगने से बचाया जा सकता है. जर्नल नेचर कम्युनिकेशंस के मुताबिक, रिसर्चर्स ने पूरी प्रकिया के बारे में पूरी बारीकी से बताया कि नैनो डायमंड इलेक्ट्रोकेमिकल की मात्रा को कम कर देता है, जिससे लीथियम की बैटरी में शॉट सर्किट होने की संभावना बहुत कम हो जाती है.

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अमेरिका के ड्रेक्सल यूनिवर्सिटी के प्रोफसर युरी गोगोत्सी ने कहा कि फिलहाल नई तकनीक का प्रयोग कम महत्वपूर्ण एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाएगा, न कि मोबाइल और कार बैटरी में.

रासायनिक घटनाओं से बचाने के लिए नई बैटरियों में इलेक्ट्रोलाइट के जरिए सुरक्षा दी जा सकती है, ताकि मोबाइल बैटरियों के कारण होने वाली भयानक घटनाओं से निपटा जा सके.

दो इलेक्ट्रोडों के बीच आयनों में इलेक्ट्रोकेमिकल प्रक्रिया होने लगती है, जिससे इलेक्ट्रिकल करंट पैदा होता है. इसी तकनीक से बैटरियों को चार्ज किया जाता है. नए शोध के मुताबिक, नैनो डायमंड इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन के जरिए डेंड्राइट फॉर्मेशन को बिल्कुल कम कर देता है, जिससे मोबाइल की स्टोरेज एनर्जी बढ़ जाती है

गोगोत्सी ने बताया कि इलेक्ट्रोलाइट एडिटिव्स को नैनो डायमंड के माफिक माना जा सकता है, जिसका प्रयोग उच्च घनत्व के साथ सुरक्षित लीथियम बैटरी के लिए किया जा सकता है.

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