
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य के संस्कार की याद दिलाई तो तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी पलटवार किया. तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह को विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने की घटना याद दिलाई. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी शाह की रैली पर सवाल उठाये.
अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जिस बंगाल में रविन्द्र संगीत की धुन सुनाई देती थी, वो आज बम धमाकों से दहल रहा है. शाह ने ये भी कहा कि बंगाल गोलियों की आवाज, हत्याओं और लोगों की चीखों से सुन्न हो गया है.
इन तमाम चीजों के लिए ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए अमित शाह ने कहा कि बीजेपी बंगाल को सोनार बांग्ला बनाना चाहती है. बीजेपी संस्कारी बंगाल बनाना चाहती है. शाह के संस्कारी वाले बयान पर टीएमसी ने ट्वीट किया और विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने वाली घटना याद दिलाई. टीएमसी ने ट्वीट में लिखा, 'अमित शाह, जिसने खुद भारत की समावेशिता को खतरे में डाला, बंगाल के संस्कार की बात कर रहे हैं. क्या उन्हें याद नहीं है कि वो ममता बनर्जी थीं, जिन्होंने विद्यासागर की मूर्ति सही कराई थी, जो उनकी आंखों (अमित शाह) के सामने उनके लोगों ने तोड़ी थी.'
शाह ने की वर्चुअल रैली की तारीफ, अखिलेश ने साधा निशाना
ममता बनर्जी की आलोचना करने के साथ ही अमित शाह ने कोरोना के दौर में बीजेपी की वर्चुअल रैली के आयोजन पर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की सराहना भी की. शाह ने कहा कि जब जन सम्पर्क और जन संवाद का इतिहास लिखा जाएगा तो नड्डा जी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा की गई वर्चुअल रैली का ये प्रयोग एक विशेष अध्याय के रूप में लिखा जाएगा. हालांकि, अखिलेश ने रैली का खर्च याद दिला दिया.
अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, 'सुना है बिहार की तरह आज प. बंगाल में भी अरबों खर्च करके विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली एक खर्चुअल रैली... या वर्चुअल रैली हो रही है. दावा ये है कि ये चुनावी रैलियां नहीं हैं तो फिर बूथ स्तर तक इन्हें पहुंचाने के प्रयास क्यों? दरअसल भाजपा झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रही है.'