
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी का कभी समर्थन नहीं करेगी.
उन्होंने वीरभूम जिले में एक पंचायत चुनाव रैली में कहा, ‘हम न तो नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हैं, न ही भविष्य में उनका समर्थन करेंगे.’
कांग्रेस नीत यूपीए की आलोचना करते हुए ममता ने कहा, ‘यूपीए 10 साल से शासन कर रही है लेकिन इस अवधि के दौरान उन्होंने नरेंद्र मोदी के बारे में कोई जिक्र नहीं किया और अब चुनाव का समय आ गया है वे उन पर हमले बोल रहे हैं.’
तृणमूल नेता ने आरोप लगाया कि माकपा ने भी वोट जुटाने के लिए इस तरह का खेल खेला है. उन्होंने गुरुवार को बीजेपी और कांग्रेस को एक ही सिक्के का दो पहलू बताया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक फायदा उठाने के लिए माकपा ने गुजरात दंगा पीड़ित कुतुबुद्दीन अंसारी को कोलकाता बुलाया और बाद में उन्हें दरकिनार कर दिया.
उन्होंने राज्य में मुसलमानों के उत्थान के लिए शुरू की गई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए राज्य के बजट में अल्पसंख्यक विभाग के लिए आवंटन में 73 फीसदी की बढ़ोतरी की.
गौरतलब है कि राज्य के मतदाताओं में मुसलमानों की आबादी 26 फीसदी है. ममता ने संचार, बीमा और रक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में एफडीआई की सीमा बढ़ाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले की भी आलोचना की.
उन्होंने कहा, ‘रक्षा क्षेत्र में एफडीआई बढ़ाकर हम राष्ट्र की सुरक्षा के साथ समझौता कर रहे हैं.’
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘चुनावों के दौरान बीजेपी वोट की खातिर हिंदुओं और मुसलमानों को सांप्रदायिक लाइन पर बांटती है.’ ममता ने दावा किया कि उनकी सरकार मुसलमानों के पिछड़ेपन को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है.