
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़ने के लिए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि इन हत्यारों ने 24 साल से ज्यादा सजा काट ली है. मानवीय आधार पर इन तथ्यों को देखते हुए उन सबको अब रिहा कर देना चाहिए.
पहले भी गुहार लगा चुकी है तमिलनाडु सरकार
तमिलनाडु सरकार ने इससे पहले भी केंद्र सरकार से इनके लिए माफी की गुहार लगा चुकी है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी जयललिता ने केंद्र सरकार से राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़ने की इजाजत मांगी थी. तब केंद्र सरकार ने कहा था कि ऐसे संवेदनशील फैसले लेने से पहले बड़े पैमाने पर सलाह मशविरा करना होगा.
केंद्र से राय लिए बिना राज्य नहीं ले सकता फैसला
तमिलनाडु सरकार ने सीआरपीसी की धारा 435 के तहत सजा माफी की बात कही थी. तब कानून के जानकारों ने बताया था कि कानून में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि केंद्र से सलाह मशविरा किए बिना राज्य सरकार ऐसे अधिकारों का इस्तेमाल नहीं करेगी. तमिलनाडु सरकार ने इसके लिए दोबारा केंद्र सरकार से इजाजत मांगी है.
दोषी नलिनी को मिली थी एक दिन की पैरोल
राजीव गांधी की हत्या की सजा में उम्रकैद काट रही नलिनी को इसके पहले 23 फरवरी को एक दिन की पैरोल मिली थी. नलिनी को पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था. नलिनी के अलावा इस केस में सात अन्य दोषी सजा काट रहे हैं.