
भारतीय महिला क्रिकेट टीम का वर्ल्ड कप जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया. एक वक्त मैच पूरी तरह भारत की झोली में जाती दिख रही थी. लेकिन आखिरी के 7 ओवरों में मैच का रुख पलट गया और इंग्लैंड टीम ने एक बार फिर वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया. इस मैच में 10 अहम टर्निंग प्वाइंट रहे, जिससे भारतीय टीम जीती हुई बाजी हार गई.
1. शुरुआती झटके के बाद उबरना: टॉस जीत मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन भारतीय गेंदबाजी को मिली शुरुआत सफलता ने इंग्लैंड टीम की तेज शुरुआत पर कुछ हद तक ब्रेक लगा दिया था. 11 से 16 ओवर के बीच में इंग्लैंड टीम को लगातार तीन झटके लगे. लेकिन इसके बाद फिर अगले विकेट के लिए भारतीय टीम को संघर्ष करना पड़ा.
2. सारा टेलर और नताली स्काइवर की शानदार साझेदारी: 16वें ओवर में झटके के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों के पैर जमाने की कोशिश की और स्कोर में एक-एक कर रन बढ़ने लगे, स्कोरबोर्ड में इंग्लैंड के 3 विकेट 146 रन जा पहुंचा. इस बीच सारा टेलर और नताली स्काइवर के बीच चौथे विकेट के लिए 83 रन की शानदार पार्टनरशिप हो गई. लेकिन फिर 33 ओवरों में इस जोड़ी को झूलन गोस्वामी ने तोड़ डाला. हालांकि 33वें ओवर में ही भारतीय गेंदबाजी झूलन ने टेलर (45) को भी सुषमा वर्मा के हाथों कैच करा दिया. लेकिन तब तक स्कोरबोर्ड पर 150 से ज्यादा रन जुट चुके थे.
3. इंग्लैंड टीम को झूलन का झटका: बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही फिरंगी टीम को 33वें ओवर में झूलन ने लगातार दो गेंदों पर दो झटके दिए, पहले भारत के लिए सिर दर्द साबित हो रहीं सारा टेलर को आउट किया और फिर अगली ही गेंद पर नई बैट्समैन फ्रेन विल्सन को क्रीज से चलता किया. लेकिन इंग्लैंड टीम एक-एक रन बनाना जारी रखा और फिर कुछ देर बाद इंग्लैंड की प्लेयर खुलकर शॉट लगाने लगीं, जिससे सम्मानजनक स्कोर 228 रन बना. और भारत के लिए ये स्कोर हार का कारण बना, क्योंकि एक वक्त इंग्लैंड की टीम 200 रन के अंदर सिमटने के कगार पर थी.
4. नताली स्काइवर की अर्धशतकीय पारी: सारा टेलर और नताली स्काइवर के बीच चौथे विकेट के लिए 83 रन की पार्टनरशिप की. सारा टेलर के आउट होने के बाद नताली स्काइवर खुलकर खेलने लगीं और फिर ये विकेट लेना भारतीय टीम के लिए जरूरी हो गया था. ऐसे में एक बार फिर 37.1 ओवरों में नताली स्काइवर का विकेट गिरा. लेकिन तब तक ये अपनी टीम के लिए (51) रनों की शानदार पारी खेल चुकी थी. ये विकेट भी झूलन गोस्वामी की झोली में गईं.
5. इंग्लैंड के स्कोरबोर्ड 228 रन: आखिरी के 10 ओवरों में इंग्लैंड की टीम ने तेजी से रन बनाने की कोशिश की. कैथरीन ब्रंट तेजी से रन जुटा रही थीं, हालांकि इसी बीच 46वें ओवर में कैथरीन को 34 रन पर दीप्ति शर्मा ने रन आउट कर दिया. सातवां विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड की टीम ने रन बनाने के बजाय पूरे ओवर खेलने पर अपना फोकस कर दिया, और फिर रणनीति के तहत एक-एक रन जुटाते हुए स्कोर 228 जा पहुंचा.
6. भारत को शुरुआती झटका: 228 रन का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम को दूसरे ही ओवर में स्मृति मंधाना बिना खाता खोले आउट हो गईं. जिससे ओपनिंग में भारत टीम को जो रफ्तार मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिल पाई.
7. पूनम-हरमनप्रीत की जोड़ी टूटना: स्मृति मंधाना का विकेट गिरने के बाद हरमनप्रीत कौर और पूनम राउत ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया. दोनों के बीच तीसरे विकट के लिए 95 रनों का पार्टनरशिप हुई, जिससे की स्थिति एक वक्त मजबूत नजर आ रही थी. लेकिन इस बीच भारतीय टीम पूनम राउत का आउट भारत की हार के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ.
8. मिताली राज का क्रीज पर ना टिकना: पूनम राउत के 85 रन पर आउट होने के बाद एक वक्त पूरी तरह से मैच भारत की पकड़ में आ गई थी. जिसके बाद मिताली राज 17 रन बनाकर आउट हो गईं और फिर इंग्लैंड टीम से भारतीय टीम के रन बनाने के रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया. इसके बाद हरमनप्रीत कौर के तेज रन बनाने की जिम्मेदारी संभाली और फिर उन्होंने शानदार 51 रनों की पारी खेली. लेकिन हरमनप्रीत का अचानक विकेट गिरना हार की बड़ी वजह रही.
9. लगातार विकेट गिरना: हरमनप्रीत कौर के आउट होने के बाद टीम इंडिया की राह आसान लग रही थी. लेकिन 42वें ओवर के बाद लगातार एक-एक बाद चार विकेट गिर गए. जिससे भारतीय टीम बैकफुट पर आ गई. जिसके बाद इंग्लैंड की टीम ने भारतीय टीम को वापसी का एक मौका नहीं दिया, और मैच अपनी मुट्ठी कर लिया जिससे भारतीय प्रशंसकों में मायूसी छा गई.
10. 28 रन बनाने में 7 बल्लेबाज आउट: 42वें ओवर में झटके के बाद भारतीय टीम उबर ही नहीं पाई. इंग्लैंड की अन्या श्रब्सोल ने 46 रन देकर 6 विकेट झटकर मैच भारत से छीन लिया. आखिरी के 28 रन बनाने में भारतीय टीम ने 7 विकेट गवां दिए. जिसके बाद पूरी टीम 219 रन पर ऑल आउट हो गई. और मैच 9 रन से भारतीय टीम मैच हार गई और वर्ल्ड कप का सपना टूट गया.