
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर मारा गया. आतंकी के सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम था. उसे मार गिराया जाना सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मृत आतंकी इरशाद गनी श्रीनगर से दक्षिण में करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित पुलवामा के काकापोरा इलाके का रहने वाला था. वह जून 2013 में हैदरपोरा में 8 सैन्यकर्मियों की हत्या के अलावा सेना और पुलिस पर कई दूसरे हमलों के सिलसिले में वांटेड था.
आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर कार्रवाई
पुलिस ने इरशाद को A प्लस श्रेणी (मोस्ट वांटेड) के आतंकवादियों की सूची में रखा हुआ था. पुलिस के अनुसार पुलिस को काकापोरा इलाके के बेगम बाग गांव में कुछ आतंकियों के होने की पक्की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस का एक दल वहां पहुंचा. इस दौरान हुई मुठभेड़ में इरशाद मारा गया.
वहां छिपे हुए आतंकियों ने पुलिस दल पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. जल्द ही सेना को भी अभियान में लगाया गया, जिसके बाद इरशाद को मार गिराया गया.
2011 से ही सक्रिय था आतंकी इरशाद
आतंकी इरशाद गनी 2011 से ही सक्रिय था. इरशाद का नाम कई मुठभेड़ों के सिलसिले में आया था, जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ अभियान तेज कर दिया था. इनमें हैदरपोरा में हुई मुठभेड़ और शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक होटल पर हुआ हमला शामिल है.