
लागातार हो रहे ट्रेन हादसों को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे सेफ्टी को लेकर बोर्ड के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की, लेकिन बैठक वाले दिन ही सुबह से ही रेलगाड़ियों का पटरी से उतरना शुरू हो गया. सबसे पहले सुबह खबर आई शक्तिपुंज एक्सप्रेस की. जिसके 7 डिब्बे पटरी से उतर गए. हालांकि, राहत की बात यह थी कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
मीटिंग चल ही रही थी कि राजधानी दिल्ली में रांची राजधानी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की खबर आ गई. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास शिवाजी ब्रिज के नजदीक इस ट्रेन के इंजन और पावर कार पटरी से उतर गए, लेकिन बाकी डिब्बे सलामत रहे. यहां भी राहत की बात यह रही कि किसी को चोट नहीं आई. इन दोनों ट्रेन एक्सीडेंट को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे के आला अफसरों ने विचार किया सेफ्टी पर बुलाई गई बैठक में तमाम विषयों पर चर्चा हुई और कई फैसले भी लिए गए.
फिर बैठक खत्म हुई तब तक शाम को मुंबई के पास खंडाला में एक मालगाड़ी के 2 डिब्बे पटरी से उतरने की खबर आ गई. सीधा सा मतलब यह है कि रेल मंत्री चाहे सुरेश प्रभु रहे हो यह पीयूष गोयल रेलवे की स्थिति में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है.
हालांकि, सेफ्टी के मसले पर हुई इस बैठक में दुर्घटना के जिन दो कारणों की प्रमुख रूप से पहचान की वह है मानवरहित लेवल क्रासिंग और पटरियों में खराबी होना. रेल मंत्री ने ट्रेनों की आवाजाही में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे बोर्ड को कई निर्देश दिए.
मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने के निर्देश...
रेल मंत्री ने कहा कि अगले 1 वर्ष में पूरे देश भर से सभी मानवरहित लेवल क्रासिंग को खत्म कर दिया जाना चाहिए. इसके अलावा पटरियों को बदलने और उनके नवीनीकरण के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता से जल्द से जल्द पूरा हो. साथ ही परंपरागत आईसीएफ डिजाइन कोच के निर्माण पर रोक लगाने और नए डिजाइन के एलएचबी कोच बनाने के रेल मंत्री ने निर्देश दिए.