
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव देर रात भागलपुर स्टेशन परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए.
सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जनादेश अपमान यात्रा पर निकले तेजस्वी भागलपुर के सबौर में जनसभा संबोधित करने वाले थे, हालांकि इससे पहले जिला प्रशासन ने कार्यक्रम की इजाजत रद्द करते हुए इलाके में धारा 144 लगा दी, जिससे तेजस्वी उखड़ गए और स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गए.
तेजस्वी ने यहां आरोप लगाया कि नीतीश कुमार और बीजेपी के लोग नहीं चाहते कि हम यहां आए. भागलपुर में सृजन एनजीओ के जरिये 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया है. उन्होंने जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, इस घोटाले में जदयू और बीजेपी के कई लोग शामिल हैं. पूर्व सांसद से लेकर कई बड़े नेता इसमें शामिल हैं.
इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा, हम सृजन से जुड़े लोगों का विसर्जन करने ही यहां आए हैं. नीतीश कुमार मामले को रफा-दफा करना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने सृजन मामले की हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से जांच कराने की मांग की.
तेजस्वी ने कहा की इस तरह से उनकी सभा के परमिशन रद्द कर उनका अपमान किया गया है. उनके साथ नाइंसाफी की गई है. नीतीश कुमार द्वारा लोकतंत्र की हत्या की गई है.
तेजस्वी यहां करीब दो घंटे तक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे रहे, जिसके बाद भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार आए और तेजस्वी को समझा-बुझा कर होटल ले गए.