
सेना के शहीद जवान औरंगजेब को श्रीनगर में श्रद्धांजलि दी गई. गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने अगवा करके उनकी हत्या कर दी थी. उनको आतंकियों ने पुलवामा से अगवा किया था. इस दौरान बांदीपोरा में शहीद हुए मानवेंद्र सिंह को भी श्रद्धांजलि दी गई.
गुरुवार को औरंगजेब ईद मनाने के लिए घर जा रहे थे. सुबह करीब नौ बजे यूनिट के सैनिकों ने एक कार को रोककर चालक से औरंगजेब को शोपियां तक छोड़ने को कहा. वो बेफिक्र होकर उस कार में सवार होकर घर के लिए निकल पड़े. हालांकि उनको यह पता नहीं था कि वो इस बार ईद मनाने घर नहीं पहुंच पाएंगे. वो जिस कार में सवार होकर घर जा रहे थे, आतंकवादियों ने उनको कालम्पोरा में रोक लिया और उनका अपहरण कर लिया.
इसके बाद गुरुवार को औरंगजेब का गोलियों से छलनी शव पुलवामा से बरामद हुआ. पुलिस और सेना के संयुक्त दल को औरंगजेब का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में मिला. उनके सिर और गर्दन पर गोलियों के निशान मिले. औरंगजेब 4-जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के शादीमार्ग (शोपियां) स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे.
वो हिज्बुल आतंकी समीर को 30 अप्रैल 2018 को ढेर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला की टीम में शामिल थे. जांबाज औरंगजेब ने कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया था. माना जा रहा है कि सेना के ऑपरेशनों में हिस्सा लेने के चलते आतंकियों ने उनको निशाना बनाया है.
कौन था समीर टाइगर?
समीर टाइगर 2016 में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. समीर पुलवामा का रहने वाला है और हिज्बुल के कई हमलों में शामिल हो चुका है. बुरहान वानी के बाद समीर को कश्मीर के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया गया है. समीर ने आतंकी वसीम के जनाजे में शामिल होकर फायरिंग भी की थी.