
मोदी सरकार ने आखिरकार संसद के दोनों सदनों से तीन तलाक बिल को पास करवा ही लिया. राज्यसभा में बिल पास होना आश्चर्यजनक इसलिए रहा क्योंकि वहां पर सत्ता पक्ष के पास बहुमत नहीं था. अब इस बिल के पास होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने अपने ही राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि आप की पार्टी की गैरमौजूदगी ने राज्यसभा में बिल पास कराने में सरकार की मदद की.
राज्यसभा में मंगलवार को तीन तलाक बिल पास होने के कुछ देर बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती को ट्वीट करते हुए कहा, महबूबा मुफ्ती जी, आप को यह चेक करना चाहिए कि इस ट्वीट से पहले आपके सदस्यों ने कैसे वोट किया. मुझे लगता है कि उन्होंने सदन में अनुपस्थित रहकर सरकार की मदद की क्योंकि बिल पास कराने के लिए उन्हें सदन में नंबर चाहिए थे.
उमर अब्दुल्ला की इस टिप्पणी के बाद महबूबा मुफ्ती ने भी पलटवार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उमर साहब, मेरा सुझाव है कि आप अपना नैतिकता का ऊंचा घोड़ा त्याग दें क्योंकि यह आपकी अपनी ही पार्टी थी जिसने 1999 में बीजेपी के खिलाफ मतदान करने के लिए सोज साहब (सैफुद्दीन सोज) को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
इससे पहले पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा था कि तीन तलाक बिल को पास कराने की जरूरत को समझने में नाकाम हूं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही इसे अवैध करार दिया था. मुस्लिम समुदाय को दंडित करने के लिए अनावश्यक का हस्तक्षेप है.