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केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन का हवाला कारोबारियों से संबंधों के सबूत: आयकर विभाग

आयकर विभाग ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबियों से संबंधों के सबूत मिलने का दावा किया है. आयकर घोखाधड़ी के आरोपों में पहले ही जांच का सामना कर रहे जैन की इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इंडिया टुडे को आयकर विभाग द्वारा तैयार किया गया ताजा डोजियर की कॉपी मिली है, जिसमें कई चौकाने वाली बातें सामने आई हैं और विभाग इस बाबत सत्येंद्र जैन से आगे पूछताछ कर सकता है.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की फाइल फोटो दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की फाइल फोटो
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 12:32 AM IST

आयकर विभाग ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबियों से संबंधों के सबूत मिलने का दावा किया है. आयकर घोखाधड़ी के आरोपों में पहले ही जांच का सामना कर रहे जैन की इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इंडिया टुडे को आयकर विभाग द्वारा तैयार किया गया ताजा डोजियर की कॉपी मिली है, जिसमें कई चौकाने वाली बातें सामने आई हैं और विभाग इस बाबत सत्येंद्र जैन से आगे पूछताछ कर सकता है.

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आयकर विभाग के इन दस्तावेज़ों में हवाला कारोबारियों के सत्येंद्र जैन से सीधे संपर्क का दावा किया गया है. इसमें कहा गया है कि हवाला कारोबारी फोन पर सीधे जैन से बात करते थे और उनके बीच कोड वर्ड में कुछ सौदे भी हुए.

आप नेता सत्येंद्र जैन हवाला कारोबारियों के जरिये 17 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के मामले में भी आयकर जांच के घेरे में हैं. सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच में जैन मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल पाए गए हैं. इस मामले की जांच अभी जारी है और विभाग इस बाबत उनसे तीन बार पूछताछ कर चुका है.

 

आयकर विभाग के तैयार दस्तावेज़ों में दिल्ली सरकार के मंत्री पर आरोप लगाए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला जैन के नियंत्रण वाली कंपनियों को कोलकाता स्थित जीवेंद्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी और राजेंद्र बंसल नाम के तीन हवाला कारोबारियों की 56 शेल कंपनियों से 16.39 करोड़ रुपये मिले.

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हालांकि जैन खुद पर लगे इन आरोपों से इनकार करते हैं. केजरीवाल सरकार के इस वरिष्ठ मंत्री का कहना है कि हवाला कारोबारियों से उनका कोई नाता नहीं और इस मामले में उन्हें आरोपी नहीं, बल्कि गवाह के रूप में बुलाया गया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ कंपनियों की जांच में उनका नाम सामने आया, जिनसे वह पहले जुड़े हुए थे और इसी संबंध में उनका समन किया गया था.

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