
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बेटे डोनाल्ड जॉन ट्रंप जूनियर एक हफ्ते के भारत दौरे पर हैं. वह ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के रियल एस्टेट कारोबार को भारत में बढ़ावा देने के लिए आए हैं. इसी साल जनवरी में दिल्ली-एनसीआर में 250 यूनिट वाले ट्रंप टॉवर को लॉन्च किया किया गया है जिसमें एक फ्लैट की औसत कीमत 7.5 करोड़ रुपये है. ट्रंप जूनियर ने बिजनेस टुडे के राजीव दुबे और गौतम दास से बातचीत में भारत में अपने कारोबारी हितों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से रियल एस्टेट कारोबार को लांग टर्म में फायदा होगा.
एनसीआर में ट्रंप जूनियर की यात्रा के बारे में अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन दिए गए और मकान खरीदारों को डिनर पर बुलाकर ट्रंप जूनियर से बातचीत करने का मौका दिया गया.
ट्रंप जूनियर ने कहा कि उनकी कंपनी को भारतीय बाजार में काफी लंबे समय से भरोसा रहा है. उन्होंने कहा, 'यह हमारे लिए बड़ा बाजार हो सकता है. हमारी सफलता की एक बड़ी वजह यह रही है कि हमने न सिर्फ लग्जरी की बात की है, बल्कि उसे पूरा करके दिया भी है. अब लोगों के पास ज्यादा पैसा है, वे सफल हैं तो उसी तरह की लग्जरी चाहते हैं जैसा कि बाकी दुनिया में है. भारत के पुणे में या दुनिया के अन्य हिस्सों के ट्रंप टावर की बात करें तो वे जबर्दस्त उत्पाद हैं. आप यदि न्यूयॉर्क के स्तर की चीज चाहते हैं, तो उसी हिसाब से पैसा भी खर्च करना होगा.'
नोटबंदी से खत्म होंगी रियल एस्टेट की गंदी मछलियां
ट्रंप जूनियर ने कहा कि नोटबंदी से बाजार शॉर्ट टर्म के लिए प्रभावित जरूर हुआ है, लेकिन आखिरकार भविष्य में यह मजबूत होगा. उन्होंने कहा, 'आप पहले की कहानियां जानते हैं कि किस तरह से रियल एस्टेट में लेनदेन होता था. पूछने पर एक कीमत होती थी, फिर आधिकारिक कीमत और एक वह कीमत जो साइट पर लोग बताते थे. उपभोक्ताओं का भरोसा जगाने के लिए यह सब चीजें खत्म करनी होंगी. शॉट टर्म में इससे नुकसान हो सकता है, लेकिन इससे आखिरकार बाजार मजबूत होगा, काफी गंदे खिलाड़ी बाहर हो जाएंगे, काफी ऐसे खिलाड़ी हैं. आप यदि गंदे डेवलपर को खत्म करना चाहते हैं तो अच्छों को फलने-फूलने देना होगा और बाजार अपने आप सफलता की ओर होगा.'
उन्होंने साफ किया कि अब कारोबार उनके पिता नहीं बल्कि वह खुद वह अपने भाई के साथ मिलकर देखते हैं. क्या वे अपने पिता से सलाह लेते हैं? इस सवाल पर जूनियर ट्रंप ने कहा, 'सच तो यह है कि उनके पास समय नहीं है. हम तो यह चाहते हैं कि वे हमारे बोर्ड के मजबूत सदस्य के रूप में रहें. लेकिन परिस्थितियां ऐसी नहीं हैं. मुझे तो अब उन्हें फोन करने में भी झिझक होती है.'