
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मैच 7 अक्टूबर को रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेला जाएगा. रांची का जेएससीए स्टेडियम कई मायनो में देश के बाकि क्रिकेट स्टेडियमों से अलग है. इस स्टेडियम की सबसे बड़ी खासियत इसका डिजाइन है.
ये देश का पहला ऐसा स्टेडियम है, जहां किसी भी स्थिति में शाम 4.45 से पहले मैदान के पिचों पर छाया नहीं पड़ती है. जिसकी वजह से खेल में व्यवधान आने की संभावना कम हो जाती है. साथ ही इससे बैट्समैन की को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.
और भी कई खासियतें है इस मैदान की
जानकारों के मुताबिक उत्तर दिशा एनर्जी की दिशा नहीं होती. इसलिए जब भी कंस्ट्रक्शन होता है, उसमें ध्यान दिया जाता है कि पूरब दिशा में ही निर्माण हो लेकिन स्टेडियम के मामले में ऊंचाई, चौड़ाई और दिशा तीनों का ध्यान रखा गया है.
ऊंचाई पर जो शेड का डिजाइन भी इस तरह किया गया है कि शेड की छाया पिच पर नहीं पड़ती. यही नहीं इस स्टेडियम में पिच नार्थ टू साउथ है. साथ ही स्टेडियम के भीतर ईस्ट और वेस्ट में हिल एरिया है. ये हिल एरिया ओपन है. देश का यह इकलौता स्टेडियम है जहां हिल एरिया है.
एक ही बार में ICC ने स्टेडियम को दी थी मंजूरी
भारत और इंग्लैंड के बीच 19 जनवरी, 2013 को इस स्टेडियम में वनडे इंटरनेशनल मैच खेला जाना था, लेकिन इसे ICC की मंजूरी नहीं मिल पाई थी. तब बीसीसीआई की रिक्वेस्ट पर आईसीसी ने डेविड बून की अध्यक्षता में स्टेडियम के इंस्पेक्शन के लिए एक टीम भेजी.
इस टीम को यहां मौजूद सुविधाएं इतनी पसंद आई कि उन्होंने एक बार में ही इसे इंटरनेशनल मैचों के लिए योग्य ठहराते हुए इसके फेवर में अपनी रिपोर्ट सौंप दी. अबतक इस मैदान में तीन वनडे इंटरनेशनल और एक टी-20 मैच खेला गया है.