
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे वनडे मैच में कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन के मैदान पर एक बार फिर इतिहास रचा गया. इस बार ये कारनामा किया 22 साल के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने जिनपर टीम के नंबर एक स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन की गैर मौजूदगी में बड़ी जिम्मेदारी थी.
कुलदीप यादव की इन तीन गेंदों से ही भारत की कोलकाता वनडे में जीत और ऑस्ट्रेलिया की हार तय हो गई. इसके अलावा कुलदीप ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवा लिया क्योंकि भारत की ओर से वनडे में हैट्रिक उनसे पहले महज दो ही गेंदबाजों के नाम हैं जिनमें पहले हैं चेतन शर्मा तो दूसरे खुद कपिल देव.
आइए एक नजर डालते हैं कुलदीप यादव की उन तीन जादुई गेंदों की कहानी
कुलदीप यादव की हैट्रिक का सिलसिला शुरू हुआ ऑस्ट्रेलियाई पारी के 33वें ओवर की दूसरी गेंद से
33वां ओवर दूसरी गेंद
कुलदीप ने 33वें ओवर की दूसरी गेंद ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड के लिए ऑफ स्टम्प के बाहर डाली. वेड ने कट शॉट मारना चाहा, लेकिन अंदरूनी बल्ले का किनारा लगा और गेंद स्टंप पर जा लगी.
33वां ओवर तीसरी गेंद
नए बल्लेबाज एश्टन एगर क्रीज पर आए. कुलदीप ने एक लेगब्रेक फेंकी लेकिन एगर उसकी उसकी लंबाई और गति से मात खा गए और गेंद उनके पैड पर लगी और एगर एलबीडब्ल्यू आउट दे दिए गए.
33वां ओवर चौथी गेंद
इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए पैट कमिन्स को कुलदीप ने एक गुगली डाली थी. गेंद ऑफ स्टंप के बाहर गिरी, उसे डिफेंड करने के लिए कमिन्स ने पांव आगे बढ़ाया और बल्ले का किनारा लेकर गेंद महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में चली गई.