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खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए एक साथ जुड़े विराट कोहली और संजीव गोयनका

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम एटलेटिको डी कोलकाता के सह-मालिक संजीव गोयनका ने मिलकर एक नई पहल की है.

पुलेला गोपीचंद, संजीव गोयनका और विराट कोहली  पुलेला गोपीचंद, संजीव गोयनका और विराट कोहली
विश्व मोहन मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:38 PM IST

देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और नए खिलाड़ियों को पहचान-सम्मान दिलाने के मकसद से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम एटलेटिको डी कोलकाता के सह-मालिक संजीव गोयनका ने मिलकर एक नई पहल की है.

दोनों मिलकर देश में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप और अवार्ड देकर सम्मानित करेंगे. यह स्कॉलरशिप विराट कोहली फाउंडेशन (वीकेएफ) और आरपी संजीव गोयनका ग्रुप द्वारा दी जाएगी. वीकेएफ इस पहल में सालाना दो करोड़ रुपये की मदद देगा.

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इस मौके पर एक कार्यक्रम में विराट ने कहा, "मैं हमेशा से मानता हूं कि हमारे देश में सिर्फ एक खेल नहीं है बल्कि एक खेल संस्कृति है जो पूरे देश में फैली हुई है. लेकिन, उन्हें एक मंच चाहिए, पहचान चाहिए. उन्हें सुविधाएं चाहिए.

इसलिए हमने सोचा की यह सही समय है जब इन खेलों और खिलाड़ियों को नई पहचान दी जाए. हम सिर्फ उन खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करेंगे जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, हम उन कोच का भी सम्मान करेंगे जो खिलाड़ियों की मदद कर रहे हैं. हम इस अवार्ड को बड़ा बनाना चाहते हैं."

विराट ने कहा कि उनका फाउंडेशन हर साल दो करोड़ रुपये की मदद करेगा, लेकिन यह मदद आने वाले दिनों में बढ़ भी सकती है. विराट ने अपने आप को इस अवार्ड को पाने वाले खिलाड़ियों की सूची से दूर रखा है. विराट और संजीव के साथ इस मौके पर भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपीचंद भी मौजूद थे.

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संजीव ने इस मौके पर कहा, "मैं हमेशा से खिलाड़ियों की मदद करना चाहता था, विराट और गोपीचंद भी यही मानते हैं. यह पहल सिर्फ क्रिकेट के लिए नहीं है बल्कि सभी खेलों के लिए है. यह युवा खिलाड़ियों को खेल से जोड़ने और उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने के लिए है."

बैडमिंटन में भारत का नाम ऊंचा करने वाले गोपीचंद भी इस पहले से जुड़े हैं. उनका मानना है कि युवा खिलाड़ी खेल को करियर के तौर पर लें, इस लिहाज से यह एक जरूरी कदम है.

गोपीचंद ने कहा, "विराट और संजीव, यह दो नाम मेरे लिए इस पहल से जुड़ने के लिए काफी थे. इस तरह के अवॉर्ड खिलाड़ियों को प्रेरणा देते हैं. यह पहल खिलाड़ियों को खेल को करियर के तौर पर लेने में मदद करेगी. उम्मीद है कि हम सब मिलकर ऐसा कुछ कर पाएंगे जिससे इस देश में खेलों और खिलाड़ियों को फायदा होगा."

अवॉर्ड चुनने की प्रक्रिया में भारतीय खेल पत्रकार संघ (एसजेएफआई) का अहम रोल होगा और वह अपने सुझाव देगा. एसजेएफआई इस समय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की समीक्षा कर रहा है. इस साल यह अवॉर्ड 11 नवंबर को मुंबई में दिए जाएंगे. अलग-अलग खेलों में से अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को चुना जाएगा और पुरस्कृत किया जाएगा.

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