
भारत की पुरुष हॉकी टीम को उनका नया हेड कोच मिल गया है. दरअसल भारत की सीनियर महिला हॉकी टीम के मौजूदा हेड कोच वाल्थेरुस मरीजिने को पुरुष हॉकी टीम के हेड कोच पद की कमान दी गई है.
खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. राठौड़ ने बताया कि महिला हॉकी टीम के हेड कोच वाल्थेरुस मरीजिने अब पुरुष हॉकी टीम के हेड कोच की कमान संभालेंगे. इसके अलावा द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेता हरेन्द्र सिंह को भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम का हाई परफॉरमेंस विशेषज्ञ कोच नियुक्त किया गया है.
मरीजिने 20 सितंबर से पद संभालेंगे जब महिला टीम मौजूदा यूरोप दौरे से लौटेगी. वहीं हरेंद्र कल से ही पद संभाल लेंगे. दोनों को 2020 टोक्यो ओलंपिक तक का कार्यकाल दिया गया है. यह फैसला हॉकी जगत के लिए हैरानी वाला रहा क्योंकि हॉकी इंडिया ने तीन दिन पहले ही पुरूष टीम के कोच के पद के लिए विज्ञापन दिया था.
हॉकी इंडिया ने आवेदन की समय सीमा 15 सितंबर रखी है. एक अधिकारी ने बताया कि यह विज्ञापन कल ही हटा लिया गया. क्योंकि हॉकी इंडिया और भारतीय खेल प्राधिकरण का मानना है कि मारिन इसके लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार है जो छह महीने से अधिक यहां बिता चुके हैं.
समझा जाता है कि मारिन शुरूआत में यह पद नहीं लेना चाहते थे. नीदरलैंड के इस 43 वर्षीय कोच को इस साल फरवरी में ही महिला टीम का कोच बनाया गया. वह पहले किसी राष्ट्रीय पुरूष टीम के साथ नहीं जुड़े हैं. उन्होंने हॉकी इंडिया और साइ के मनाने के बाद हामी भर दी. पुरूष हॉकी टीम के मुख्य कोच का पद रोलेंट ओल्टमेंस की बर्खास्तगी के बाद से खाली है.
बता दें कि हॉकी इंडिया ने हाल ही में कड़ा फैसला लेते हुए भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच रोलेन्ट ओल्टमंस को बर्खास्त कर दिया था. ओल्टमंस ने साल 2013 में टीम के हाई फरफॉर्मेंस कोच के रूप में टीम में जिम्मेदारी संभाली थी. ओल्टमंस की बर्खास्तगी का कारण भारतीय हॉकी टीम के खराब प्रदर्शन को ठहराया गया.