
सोशल मीडिया यानी आतंक का नया नेटवर्क. आतंकवाद ने पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाया है. आतंक के आका अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए फेसबुक से लेकर ट्विटर तक का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी के चलते ट्विटर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों संदिग्ध ट्विटर अकाउंट बंद कर दिए हैं. ट्विटर के अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की है.
सोशल मीडिया को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहें आतंकी आकाओं के लिए बुरी खबर है. अंग्रेजी अखबार डेली मेल के मुताबिक, सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने आतंक के खिलाफ इस वर्चुअल वर्ल्ड में बड़ी कार्रवाई की है. ट्विटर ने पिछले 6 महीनों में लगभग ढाई लाख संदिग्ध ट्विटर अकाउंट्स पर नकेल कसी है. दरअसल ट्विटर ने इन अकाउंट्स के कंटेंट पॉलिसी के खिलाफ होने की बात कहते हुए इन्हें बंद कर दिया है.
'स्पैम फाइटिंग टेक्नोलॉजी' है इसका इलाज
ट्विटर अधिकारियों के मुताबिक, यह सभी वे अकाउंट्स थे जिनपर किसी न किसी तरह से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ट्वीट किए जाते थे. वहीं इनपर भड़काऊ तस्वीरें, वीडियो और आतंकवाद से जुड़ी खबरों को भी बढ़ावा दिया जाता था. ट्विटर अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 'स्पैम फाइटिंग टेक्नोलॉजी' की मदद से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहें इन अकाउंट्स की पहचान की. जिसके बाद इन अकाउंट्स को ट्रेस कर डिएक्टिवेट कर दिया गया.
बताते चलें कि आतंक के खिलाफ सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने पिछले साल भी तकरीबन सवा लाख अकाउंट्स को बैन किया था. ट्विटर के मुताबिक, आतंक की इस लड़ाई में उनका काम अभी खत्म नहीं हुआ है. पुलिस विभाग के एक बड़े अधिकारी ने दावा किया कि ट्विटर पर सक्रिय आतंकी एक दिन में एक लाख से भी ज्यादा ट्वीट कर लोगों का ध्यान आतंकवाद की ओर खींचते है.
आईएस में शामिल करने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल
पिछले कुछ सालों में आतंकी संगठन आईएस ने ट्विटर का बखूबी इस्तेमाल किया है. आईएस ट्रेस न कर पाने वाले ट्वीट करने की वजह से भी पहचाना जाता है. दरअसल टेक्नोलॉजी में माहिर आतंकी ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करते है जिनकी वजह से ये ट्वीट आसानी से पकड़ में नहीं आ पाते है. आईएस ट्विटर के जरिए लोगों को अपने संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित करता है. इस साल तीन ब्रिटिश लड़कियां भी ट्विटर के ही जरिए आईएस समर्थकों के संपर्क में आई थी. जिसके बाद वह तीनों लड़कियां सीरिया चली गई थी.
जानकारी के मुताबिक, ट्विटर पर आईएस के लगभग 50 हजार से ज्यादा अकाउंट्स अभी भी सक्रिय हैं. जिनकी पुख्ता पहचान होते ही ट्विटर उन्हें फौरन बैन कर देता है. फिलहाल ट्विटर की हालिया कार्रवाई ने आतंक के इस सोशल नेटवर्क को ध्वस्त करने में अहम रोल निभाया है.