Advertisement

गूगल की गलती का दुरुपयोग कर आधार के खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही: UIDAI

यूआईडीएआई ने कहा है कि आधार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. यह पूरी तरह सुरक्षित है. आधार के खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
राहुल विश्वकर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 7:30 AM IST

आधार की गोपनीयता पर चल रही बहस के बीच UIDAI ने कहा कि कुछ शरारती तत्व छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्वों ने गूगल की एक भूल का दुरुपयोग कर आधार की छवि खराब करने और लोगों के बीच भय फैलाने का प्रयास किया है. प्राधिकरण का कहना है कि किसी फोन के कांटैक्ट लिस्ट में दर्ज नंबर के जरिये उस फोन की सूचनाएं नहीं चुराई जा सकती हैं.

Advertisement

प्राधिकरण ने आज कहा कि गूगल की एक गलती से उसका (प्राधिकरण का) पुराना हेल्पलाइन नंबर 18003001947 कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की कांटैक्ट लिस्ट में आ गया था. अफवाह फैलाने वालों ने उसी को लेकर आधार की छवि खराब करने की कोशिश की.

प्राधिकरण ने बयान में कहा कि वह ऐसे निहित स्वार्थी तत्वों के प्रयास की ‘निंदा’ करता है जिन्होंने गूगल की एक ‘भूल’ का दुरुपयोग आधार के खिलाफ अफवाह फैलाने के लिए किया.

प्राधिकरण ने कहा है कि कांटैक्ट लिस्ट में किसी हेल्पलाइन नंबर से किसी फोन की सूचनाएं नहीं चुरायी जा सकती. इसलिये इस नंबर को मिटाने में कोई डर नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे कोई नुकसान नहीं है. यदि लोग चाहते हैं तो वे उसकी जगह यूआईएडीआई के नये हेल्पलाइन नंबर 1947 को रख सकते हैं.

गौरतलब है कि फ्रांस का साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ होने का दावा करने वाले एक ट्विटर यूजर ने पिछले सप्ताह ट्वीट कर इस अफवाह को जन्म दिया था. उसने प्राधिकरण को संबोधित करते हुए इस ट्वीट में कहा था कि अलग-अलग मोबाइल फोन सेवा कंपनियों के ग्राहक जिनके पास आधार कार्ड है या नहीं और जिन्होंने एमआधार एप का इस्तेमाल भी नहीं किया है, उनके भी फोन की कांटैक्ट सूची में आपका हेल्पलाइन नंबर उन्हें बताये बिना क्यों दर्ज कर दिया गया है?

Advertisement

इसके बाद सोशल मीडिया पर आधार के खिलाफ अफवाहों का दौर चलने लगा था जिसके कारण सरकार भी हरकत में आयी और गूगल को बयान जारी कर अपनी भूल माननी पड़ी. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement